सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड विधानसभा में नमाज अदा करने के लिए विशेष इंतजाम कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं। अब यह साफ तौर पर कहा जाने लगा है कि राज्य सरकार तुष्टिकरण की सीमा लांघ गई है। प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस मामले में मुखर हो गई है और विधानसभा में मंदिर बनाने की मांग की है ताकि सर्वधर्म समभाव की धारणा को बरकरार रखा जा सके।
भाजपा के रांची विधायक सीपी सिंह ने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए कमरा आवंटित करना बताता है कि सरकार निम्न स्तरीय तुष्टिकरण की राजनीति करती है। देश का विचार सर्वधर्म स्वभाव का रहा है। उन्होंने कहा कि यदि वहां नमाज की जगह दी गई है तो क्यों ना एक मंदिर भी बनवा दिया जाये। विधानसभा परिसर में काफी जमीन खाली पड़ी है। वहां एक भव्य मंदिर का निर्माण करवाया जा सकता है, जहां बहुसंख्यक विधायक अपने इष्ट देवता की पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
सीपी सिंह ने कहा कि विधानसभा परिसर में भव्य मंदिर बनाकर बजरंग-बली की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए। इससे विधायकों को साहस और पराक्रम की प्रेरणा मिलेगी। जिस तरीके से बजरंग-बली राम के सेवक के रूप में जाने जाते हैं, उसी प्रकार विधायक भी जनता के सेवक हैं। मंदिर बनने से विधायकों को वहां जनता की सेवा करने की प्रेरणा मिलेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यही तो समस्या है। यदि विधानसभा भवन में नमाज अता करने के लिए कमरा आवंटित किया जाता है तो ये सेक्युलर कदम है। भाजपा यदि मंदिर की मांग करती है तो ये सांप्रदायिक हो गया। सीपी सिंह ने कहा कि तुष्टिकरण की भी कोई हद होती है। सरकार तुष्टिकरण की सीमा लांघ रही है।
विस में भव्य मंदिर बने
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने भी कहा कि अच्छा है कि सरकार ने वहां नमाज अदा करने के लिए कमरा आवंटित किया है। भारत में सभी धर्म बराबर है। यदि विधानसभा में नमाज अदा की जा सकती है तो फिर भजन भी गाया जा सकता है। हमारी मांग है कि विधानसभा परिसर में एक भव्य मंदिर का निर्माण करवाया जाये। परिसर में क्यों, विधानसभा भवन के सेंट्रल हॉल में ही जगह दी जाये। वहां बहुसंख्यक विधायक पूजा अर्चना करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में तुष्टिकरण की सारी सीमाएं पार हो गई हैं।
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि सेंट्रल हॉल में यदि पूजा-अर्चना होगी तो सोशल-डिस्टेंसिंग का भी बढ़िया से पालन हो सकेगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा परिसर में भव्य मंदिर का निर्माण होना चाहिए, जहां बहुसंख्यक विधायक सातों दिन अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा कर सकें। सोमवार को भगवान शिव, मंगलवार को बजरंगबली, बुधवार को श्रीकृष्ण, गुरुवार को भगवान विष्णु, शुक्रवार को मां संतोषी, शनिवार को शनिदेव रविवार को भगवान सूर्य की पूजा करेंगे। सर्वधर्म समभाव की अवधारणा भी मजबूत होगी।
शाहदेव ने भी इसे तुष्टिकरण की राजनीति बताया। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार की यही नीति है कि जब चौतरफा असफलताओं से घिर जाओ तो ध्यान भटकाने की कोशिश करो। झारखंड के इतिहास में पहली बार विधानसभा भवन में नमाज अता करने के लिए नमाज भवन बनाया गया है। क्या विधानसभा में बहुसंख्यक समाज के लिए मंदिर या प्रार्थना कक्ष की व्यवस्था की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि झारखंड विधानसभा में नमाज अदा करने के लिए अलग से कक्ष आवंटित किया गया है। इस संबंध में शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष ने आदेश जारी कर दिया है। विधानसभा के उप सचिव नवीन कुमार के हस्ताक्षर से जारी आदेश में कहा गया है कि नये विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए नमाज कक्ष के रूप में कमरा संख्या टी डब्लू 348 आवंटित किया जाता है।