स्वास्थ्य विभाग की फिर सामने आई बड़ी लापरवाही, इमरजेंसी वार्ड में पड़ा रहा 8 घंटे तक शव

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : जमुई स्वास्थ्य विभाग की एक और बड़ी लापरवाही सदर अस्पताल में सामने आई है। यहां भर्ती डायरिया पीड़ित एक मरीज की मौत बुधवार की सुबह 7 बजे हो गई। लेकिन शव ले जाने के लिए परिजन को एम्बुलेंस नहीं मिला. जिस वजह से इमरजेंसी वार्ड में ही 8 घंटे तक शव बेड पर पड़ा रहा और उक्त वार्ड में ही उनके तीन बच्चे भी डायरिया से ग्रसित भर्ती रहे।

परिजन शव ले जाने के लिए चक्कर लगाते रहे लेकिन एम्बुलेंस नहीं रहने की दुहाई स्वास्थ्य कर्मी देते रहे। परिजन इतने गरीब थे कि प्राइवेट एम्बुलेंस से शव ले जाने के लिए उनके पास पैसा भी नहीं था नतीजतन 8 घंटे तक शव ले जाने के लिए स्वजन इंतेज़ार करते रहे।  मृतक मरीज की पहचान सोनो प्रखंड क्षेत्र के तेलिया छोडांक गांव निवासी बबन मरांडी के 40 वर्षीय पुत्र नयका मरांडी के रूप में हुई है।

जानकारी के मुताबिक मृतक अपनी पत्नी सीता हेम्ब्रम, 5 वर्षीय पुत्र रंजीत मरांडी,6 वर्षीय पुत्री शिवानी मरांडी, सुहानी मरांडी के साथ खुद और अपने बच्चों का इलाज करवाने मंगलवार की रात आये थे। जिसकी स्थिति डायरिया से गंभीर बनी हुई थी। मृतक की पत्नी सीता हेम्ब्रम ने बताई कि बुधवार की सुबह अचानक नयका मरांडी की तबियत बिगड़ गई। चिकित्सक द्वारा इलाज भी किया जा रहा था लेकिन उनकी मौत हो गई। पैसे के अभाव में वे अपने पति को निजी एम्बुलेंस से नहीं ले जा सकी जिस वजह से 8 घंटे तक शव के साथ इमरजेंसी वार्ड में बैठी रही। फिलहाल तीनों बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।

जमुई से मो. अंजुम की आलम रिपोर्ट

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