सिटी पोस्ट लाइव: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कल ही दिल्ली से पटना लौटे हैं. पटना पहुंचने के साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला किया था. वहीं, उन्होंने एक बार फिर से सीएम नीतीश को अपने निशाने पर ले लिया है. वे लगातार सरकार की मुश्किलें बढ़ाने में जुटे हुए हैं. दरअसल, बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर उन्होंने फिर से सरकार पर हमला कर दिया है. उन्होंने ट्विटर के जरिये फिर से बेरोजगारी के मुद्दे को उठाते हुए लिखा कि, युवा विरोधी NDA सरकार 16 वर्षों से बेरोजगारी मिटाने और नौकरी देने वाली एक सुदृढ़ नीति तक नहीं बना पायी है.
साथ ही लिखा कि, एक रिपोर्ट के अनुसार विगत एक वर्ष में बिहार में 15 लाख नौकरियाँ और रोजगार समाप्त हुए है बल्कि एनडीए सरकार का 19 लाख नौकरियाँ और रोजगार देने का वादा था. नौकरी देना तो बहुत दूर की बात है अब ये नौकरी छिनने में लगे हैं. उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिये भी हमला करते हुए लिखा कि, प्रदेश में नियमित नौकरियों में इतना भ्रष्टाचार और घूसखोरी है कि कोई योग्य अभ्यर्थी इसमें अपनी जगह बना ही नहीं पाता है.
युवा विरोधी NDA सरकार 16 वर्षों से बेरोजगारी मिटाने और नौकरी देने वाली एक सुदृढ़ नीति तक नहीं बना पाई है। एक रिपोर्ट के अनुसार विगत एक वर्ष में बिहार में 15 लाख नौकरियाँ और रोजगार समाप्त हुए है बल्कि एनडीए सरकार का 19 लाख नौकरियाँ और रोजगार देने का वादा था।https://t.co/9whIOkPFZB
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 1, 2021
नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार इतनी नाकारा हो चुकी है कि विगत 16 वर्षों में बिहार में कोई उद्योग-धंधे नहीं लगे, कोई पूंजी निवेश नहीं हुआ, संगठित-असंगठित क्षेत्र में रोजगार और नौकरियों के अवसर उत्पन्न हुए ही नहीं क्योंकि सरकार की तरफ़ से कोई सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है. कुटीर और घरेलू उद्योगों के लिए सरकारी अनुदान और प्रोत्साहन राशि पाने में घूसखोरी, अफसरशाही और लाल फीताशाही की इतनी दीवारें हैं कि बिना भाई भतीजावाद और रिश्वत के इसे पाना असंभव है. बता दें कि, यह पहली बार नहीं है जब तेजस्वी यादव द्वारा बेरोजगारी को लेकर हमला किया गया है.