दरअसल पीड़ित लड़की के साथ तो एक बार गैंगरेप हुआ है लेकिन ये नेता उसके घर पहुँच कर बार बार उसकी इज्जत की धज्जी उड़ा रहे हैं. पप्पू यादव पीड़ित लड़की के घर पहुँच गए.लड़की को घंटों पुलिस की तरह इन्टेरोगेट किया.बार बार उससे गैंग रेप के बारे में पूछते रहे.आरजेडी नेताओं ने तो पीड़ित लड़की को पुलिस जीप से जबरन केवल इसलिए उतार लिया कि उसके साथ तस्वीर खिंचवाई जा सके.नेताओं की इस बेशर्मी और गुंडई से परेशान पीड़ित लड़की ने अपना आपा खो दिया.अपने चेहरा का नकाब नोंच कर फेंक दिया और चीखने चिल्लाने लगी “लो खिंचवा लो तस्वीर ,चमका लो अपना चेहरा “. आत्मीयता और अपनापन दिखाने के बहाने इन नेताओं द्वारा पीड़ित परिवार को प्रताड़ित करने ,उनकी इज्जत उछालने का जो खेल चल रहा है,वह किसी भी संवेदनशील व्यक्ति को हिलाकर रख देनेवाला है. शर्म शर्म शर्म करो बेशर्म नेताओं .
सिटी पोस्ट लाईव : गया में डॉक्टर की पत्नी और बेटी से गैंगरेप के मामले को भुनाने में जुटे राजनीतिक दलों के नेताओं ने राजनीतिक मर्यादा और गरिमा को तार तार करके रख दिया है.. राजनीतिक सुचिता, मर्यादा और सिद्धांत को तिलांजलि देने के बाद नेता कितने बेशर्म और हैवान हो सकते हैं ,इसका नजारा आज गया में दिखा. आरजेडी नेता और दूसरी पार्टियों के पीडिता के परिवार से मिलने आज गया पहुंचे. पीड़ित बेटी को पुलिस अस्पताल ले जा रही थी. आरजेडी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुलिस की जीप को रोक लिया.नारेबाजी शुरू कर दी.पीडित लड़की को जबरन जीप से उतार लिया तस्वीर खिंचवाने के लिए. मीडिया के सामने खड़े होकर तस्वीर खिंचवाने की होड़ मच गई नेताओं में. इतना ही नहीं पीडिता पर टरव्यू देने के लिए दबाव बनाने लगे. पीडिता ने ईन नेताओं के इस पागलपन और बेशर्मी को देख अपना आपा खो दिया.वो चीखने चिल्लाने लगी. उसकी चीख और चिल्लाहट में उससे कम दर्द नहीं था जब उसका गैंग रेप हुआ होगा. उसने चीखना चिलाना शुरू कर दिया” कितना बार मैं मीडिया के सामने आकर तस्वीर खिंचवाऊ ? क्यों मैं बार बार मीडिया के सामने आना होगा मुझे. क्यों मैं अपने साथ हुए उस भयानक हादसे को बार बार मीडिया और नेताओं के सामने दुहराती रहूँ ? जब फिर भी नेता नहीं माने तो उसने अपने चेहरे से नकाब उतार फेंका.” लो खिंच लो तस्वीर, लो नेता चमका लो अपना चेहरा टीवी पर. बेशर्मों शर्म करो “
दरअसल पीड़ित लड़की के साथ तो एक बार गैंगरेप हुआ है लेकिन ये नेता उसके घर पहुँच कर बार बार उसकी इज्जत की धज्जी उड़ा रहे हैं. इसके पहले भी कई नेता पीड़ित लड़की के घर पहुँच गए. लड़की को घंटों पुलिस की तरह इन्टेरोगेट किया.बार बार उससे गैंग रेप के बारे में पूछते रहे. आत्मीयता और अपनापन दिखाने के बहाने दरसल नेता इस पीड़ित परिवार को जिस तरह से प्रताड़ित कर रहे हैं, वह दिल दहला देनेवाला है .राजनीति का इतना गन्दा खेल इस बेटी ने आज से पहले कभी न देखा था. और न ही मह्सुश किया था. गैंगरेप के बाद उसके घर पहुँच कर बार बार उसको मीडिया के सामने आकर अपने साथ तस्वीर खिंचवाने के लिए मजबूर करने का क्या मतलब है. क्या अगर पीडिता इनकी अपनी बेटी होती तो भी ये मीडिया के सामने, कैमरे के सामने उससे गैंगरेप की कहानी पूछते ? गैंगरेप के बहाने जो गंदी राजनीति हो रही है उसका स्वरूप एक बेटी के बाप को दहला देनेवाला है.