सिटी पोस्ट लाइव : मधुबनी जिले के कलुआही प्रखंड के गांव कपरिया वार्ड 5 निवासी अभिजीत सिंह घर के बाहर प्रेम में धोखा खाए मुंबई की लड़की नीतू सिंह ने दो दिनों से डेरा जमा रखी थी। करणी सेना के जिला सचिव विकास सिंह, प्रखंड अध्यक्ष विजय सिंह, महिला समाज के महासचिव राजश्री किरण एवं गांव कपरिया के ग्रामीणों के सहयोग से नीतू सिंह को उसके ससुराल में मान सम्मान के साथ रखवाकर अधिकार दिलाया। दो दिनों से गांव कपरिया में हाई वोल्टेज ड्रामा चल रहा था। नीतू सिंह ने बताया कि वह मुंबई के अंधेरी की रहने वाली है।
वह अंधेरी में एक ट्यूशन इंस्टिट्यूट में पढाकर अपनी जीविकोपार्जन कर रही थी। उन्होंने बताया की करीब 6 साल पूर्व मुंबई अंधेरी में अभिजीत सिंह से मुलाकात हुई थी। मुलाकात के बाद दोनों में धीरे धीरे प्रेम गहराता चला गया। उन्होंने बताया कि करीब 5 साल से दोनों एक दूसरे के प्यार में समय व्यतीत कर रही थी। नीतू ने बताया कि एक साल से दोनों मुंबई के मरोल मिलिट्री रोड अंधेरी में फ्लैट लेकर एक साथ रहकर सुखमय जीवन व्यतीत कर रही थी। उन्होंने बताया कि कोचिंग ट्यूशन से करीब बीस हजार राशि हर महीने कमाती थी। उन्होंने बताया कि जो भी पैसा कोचिंग ट्यूशन से आता था वह सभी राशी अभिजीत को दे देती थी।
उन्होंने बताया कि 4 माह पूर्व अभिजीत नीतू को साथ लेकर मुंबई से मधुबनी आया था। लेकिन नीतू को मधुबनी रेलवे स्टेशन के बगल में एक रेस्टोरेंट में छोड़कर घर कपरिया चला गया। अभिजीत 4 दिन अपने घर पर रहा था। उस दौरान दोनों की दूरभाष पर लगातार बात हो रही थी। चार दिन के बाद अभिजीत नीतू को मधुबनी रेस्टोरेंट्स से लेकर फिर मुंबई वापस अंधेरी चला गया। जिस रेलवे टिकट, दोनों का एक साथ का फोटो, ऑडियो क्लिप साक्ष्य के तौर पर नीतू ने संभाल कर रखा हुआ है। नीतू ने बताया कि जब अभिजीत अपने घर से मुंबई वापस आया था उसका रवैया कुछ बदला बदला नजर आ रहा था।
उन्होंने बताया कि फ्लैट का एग्रीमेंट खत्म हो जाने के कारण वह लोग मुंबई के कल्याण के किसी होटल में 7 जुलाई तक रहे। उन्होंने बताया कि होटल से निकालने के बाद अभिजीत, नीतू को लेकर अपने मामा कुवर सिंह जो मलाड स्थिति गोरेगांव वेस्ट मे रहते हैं । उनके आवास पर लगभग 20 दिन तक रुके थे। अभिजीत के मामा से दूरभाष पर बात होने पर संवाददाता को बताया कि यह बात बिल्कुल सत्य है कि उनके भांजे अभिजीत एवं नीतू लगभग 20 दिन उनके आवास पर पति पत्नी के तौर से ठहरे थे। अभिजीत एवं नीतू अपने मामा ठहरे हुए थे उसी दरमियान अभिजीत के मम्मी पापा एवं भाई मधुबनी से मुंबई पहुंचे थे। नीतू ने बताया कि अभिजीत के मम्मी पापा अभिजीत को लेकर 3 से 4 घंटे कहीं चले गए थे।
अभिजीत को समझा-बुझाकर उनके मम्मी-पापा अपने साथ घर कपरिया ले आया और नीतू को मुंबई में ही छोर कर चलाया आया। नीतू ने बताया कि मोबाइल से काफी ट्राई करने के बाद भी जब अभिजीत से बात नहीं हो पाया एवं मोबाइल हमेशा स्विच ऑफ रहने लगा तब जाकर नीतू को शंका होने लगा कि कुछ तो गड़बड़ है। नीतू मुुंबई से मधुबनी आकर गांव कपरिया 7 अगस्त की शाम आ धमकी। लेकिन अभिजीत के माता पिता नीतू को पुत्र वधू के रूप में स्वीकार नहीं किया । जिससे उनको रात गांव में ही गुजारना पड़ा। नीतू ने बताया कि उन्होंने खजौली थाना जाकर न्याय का गुहार लगा लेकिन उनको थाना से कोई न्याय नहीं मिला।
तब महिला समाज के महासचिव राजश्री किरण, करणी सेना केे जिला सचिव विकास सिंह एवं कुछ ग्रामीीणों के संग सबूत लेक पुलिस अधीक्षक मधुबनी के पास न्याय की गुहार लगाने पहुंची। पुलिस अधीक्षक के नहीं रहने के कारण एएसपी ने खजौली थानाध्यक्ष को आदेश दिया गया कि जल्द से जल्द पीड़ित महिला का आवेदन लेकर इस पर कार्रवाई करते हुए पीड़ित को न्याय दिलाया जाए। सोमवार देर शाम करनी सेना के जिला सचिव विकास सिंह, प्रखंड अध्यक्ष विजय सिंह एवं महिला समाज के महासचिव राजश्री किरण एवं ग्रामीणों के भरपूर सहयोग से पीड़ित महिला नीतू सिंह को उनके ससुराल में मान सम्मान रखवाया । अभिजीत सिंह केे पिता अनिरुद्ध सिंह माता रंजू देवी ने नीतू सिंह को अपने रजामंदी से स्वीकार कर घर में मान सम्मान के साथ पुत्र वधू के रूप में रखा।
मधुबनी से आलोक कुमार की रिपोर्ट