सिटी पोस्ट लाइव : एक वो दौर था जब कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए सरकार के द्वारा तरह-तरह के जागरूकता अभियान चलाया जा रहा था, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोग कोरोना टीका लगवाने के लिए जागरूक हों. इतना ही नहीं सरकार ने एक शगुफा छोड़ा था कि कोरोना वैक्सीनेशन में तेजी लाने को लेकर 6 माह में 6 करोड़ लोगों का टीकाकरण होगा. हालांकि शुरुआती दौर में कोरोना वैक्सीनेशन में काफी तेजी देखी गई थी. लेकिन अब जब कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर ग्रामीण जागरूक हुए, तो हर प्रखंडों के स्वास्थ केंद्रों पर कोरोना वैक्सीन लेने को लेकर ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा है.
अब आलम यह है कि कोरोना वैक्सीन लेने को लेकर ग्रामीणों को घंटों इंतजार करना पड़ता है, या फिर घंटों इंतजार के बाद बिना वैक्सीनेशन के ही बैरंग हाथ अपने घर को लौटना पड़ता है. ताजा मामला रेफरल अस्पताल चंडी का है जहां मंगलवार को वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने पटना-चंडी सड़क मार्ग को जाम कर दिया. सड़क जाम कर रहे आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 5 दिनों से रेफरल अस्पताल में वैक्सीन उपलब्ध नहीं रहने के कारण उन्हें बैरंग हाथ लौटना पड़ता है. अभी धान रोपने का भी वक्त है, लेकिन सब कुछ छोड़कर ग्रामीण वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ केंद्रों में उमड़ रहे हैं.
हालांकि जाम की सूचना मिलते ही चंडी थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर किसी तरह से लोगों को समझा बुझाकर जाम को हटाया. वहीं, इस सम्बंध में सिविल सर्जन ने फोन पर बताया कि वैक्सीनेशन उपलब्ध नहीं होने के कारण इस तरह की समस्या उत्पन्न हो रही है. इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी गई है. हमलोग सरकार के गाइड लाइन के हिसाब से काम कर रहे हैं. सबसे पहले सेकेंड डोज़ लेने वाले लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है. जैसे ही टीका उपलब्ध होगा तो सभी प्रखंडो में जल्दी ही सुचारु रुप से कोरोना वैक्सीनेशन का काम शुरू हो जाएगा.
नालंदा से मो. महमूद आलम की रिपोर्ट