सिटी पोस्ट लाइव : जिले के दीपनगर थाना अंतर्गत सर्वोदयनगर में पिछले साल 5 अक्टूबर 2020 को संपति के लालच में दो मासूम समेत 4 लोगों की नृशंस हत्या मामले में 10 माह से फरार चल रही दो महिला आरोपितों के घर न्यायालय के आदेश पर दीपनगर थाना पुलिस द्वारा कुर्की जप्ती की गई. पुलिस की कार्रवाई को देखने के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. संपति के विवाद में रवि कुमार उनकी पत्नी शिक्षिका नेहा कुमारी पुत्र अहान और पुत्री जेनी की गला रेतकर निर्मम हत्या रिश्तेदारों द्वारा ही कर दी गई थी. करीब 4 दिनों बाद जब रवि और उसकी पत्नी नेहा से परिजनों को बात नहीं हो रही थी, तो किसी अनहोनी की आशंका से नेहा के मायके वालों ने थाने में सूचना दिया था.
सूचना मिलने के बाद जब पुलिस कमरे का दरवाजा तोड़कर दाखिल हुए तो अंदर का नजारा देखकर दंग रह गई. सभी का शव खून से लथपथ पड़ा था. सबसे ताज्जुब की बात यह है कि इस घटना की भनक पड़ोसियों तक को नहीं लगी. चार लोगों की एक साथ निर्मम तरीके से की गई हत्या से इलाके में सनसनी फ़ैल गई थी. पुलिस को कातिलों तक पहुँचना इतना आसान नहीं था. बदमाशों ने एक भी सुराग नहीं छोड़े थे.
पुलिस जब आसपास के सीसीटीवी को खंगलना शुरू किया तो पता चला कि संपति के लालच में उसके पास के ही रिश्तेदार वीरेंद्र पासवान उसकी दोनों पत्नी और सहयोगियों ने मिलकर इस जघन्य हत्या को अंजाम दिया था. हालांकि पुलिस ने वीरेंद्र पासवान को गिरफ्तार कर पूर्व में ही जेल भेज दी है. जबकि उसकी पत्नी रेणु कुमारी और रिचा कुमारी 10 माह से फरार चल रही थी. इश्तिहार चिपकने के बाद भी वह समर्पण नहीं कि तब जाकर न्यायालय के आदेश पर दोनों के घर थानाध्यक्ष मो. मुश्ताक अहमद और सदर सीओ धर्मेंद्र पंडित के नेतृत्व में कुर्की जब्ती किया गया.
नालंदा से मो. महमूद आलम की रिपोर्ट