सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने कहा है कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को गिराने के लिए विधायकों को 50 करोड़ तक का ऑफर मिला था। जेएमएम की ओर से सोमवार को आधिकारिक ट्विटर पर इसका खुलासा करते हुए कहा गया कि सत्ताधारी दल के विधायकों को 25 से 50 करोड़ तक का ऑफर दिया गया और सभी को मंत्री और डिप्टी सीएम बनाने का वदा किया गया था। पार्टी की ओर से कहा गया है कि एक चुनी हुई सरकार को गिराने को और भी कई तरह के हथकंडे अपनाये गये। अभी इस कहानी के और कई पात्र तथा परत सामने आना बाकी है।
इधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड में मध्य प्रदेश और कर्नाटक की तरह से राजनीतिक परिस्थिति नहीं है कि त्यागपत्र दिलवा कर कोई पार्टी पुनः अपने दल में शामिल होकर उसे जीत दिलवा दे। उन्होंने कहा कि वे झारखंड में निर्वाचित 81 विधायकों में से एक-एक को जानते है, कौन-कौन विधायक अपनी पार्टी का सिंबल छोड़ कर व्यक्तिगत या दूसरी पार्टी में शामिल होकर जीत सकता है, यह सभी को मालूम है। इसलिए झारखंड में ऐसा कोई काम नहीं होगा,जिससे विधायकों को दुबारा चुनाव में जाना पड़े।