बिहार पुलिस की गुंडागर्दी, ड्राइविंग लाइसेंस नहीं रहने पर युवक की तोड़ दी टांग

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार पुलिस का एक स्लोगन है, मे आई हेल्प यू.  लेकिन इस स्लोगन को कुछ थानेदार उल्टा चश्मा पहना रहे हैं. जनता की मदद के बदले उन्हें सताने में लगी है. वर्दी का रौब ऐसा कि आम जनता को किसी अपराधी की तरह समझकर उनपर बर्बरता ढाते हैं. ताजा मामला मधुबनी जिले के जयनगर अनुमंडल स्थित देवधा थाना का है. जहां पुलिस की सरेआम गुंडागर्दी देखने को मिली. थानेदार ने अपनी वर्दी की गर्मी इस क़दर दिखाई कि एक युवक की फाइवर वाले लाठी से टांग ही तोड़ दी. आपको बता दें युवक के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था तो उससे रिश्वत की डिमांड की गई । जब रिश्वत नहीं दिया तो उसे बेरहमी से पीट पीटकर उसकी टांग तोड़ दी। थानेदार का नाम रमेश कुमार शर्मा बताया गया है.

पीड़ित युवक रंजीत कुमार यादव ने बताया कि नेपाल से वो अपने घर जयनगर थाना इलाके के कुआढ़ गांव आ रहा था. रंजीत यादव अपने बाईक से देर शाम आ रहा था। उसी दौरान देवधा थानाध्यक्ष रमेश कुमार शर्मा अपने दलबल के साथ वाहन चेकिंग कर रहे थे। जब यह युवक को रोका गया तो उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था ,तो उससे तीन हजार रुपये रिश्वत डिमांड की गई । लेकिन युवक के पास उतने रुपए नहीं थे तो उन्होंने तीन हज़ार रुपये रिश्वत देने से इनकार किया। उसके बाद थानेदार की वर्दी का पारा गर्म हुआ और फिर उस युवक पर जमकर लाठियां बरसाने लगे, जिससे उसकी टांग टूट गई।

आपको बताते चलें कि देवधा थानाध्यक्ष रमेश कुमार शर्मा ने अपने गुर्गे पंकज सिंह नाम के युवक को आर्डर किया और रंजीत कुमार यादव को लाठी डंडे से पीट पीट कर टांग तोड़ दी। जिसके बाद वह युवक दर्द से कराहता रहा , लेकिन उसकी एक बात भी पुलिसवाले सुनने को तैयार नहीं थे और उसको बेरहमी से पीटता रहा है। वहीं स्थानीय लोगों में थानेदार के ख़िलाफ़ भारी गुस्सा देखा जा रहा है. लोग ऐसे थानेदार की सरकार से बर्खास्तगी करने की मांग कर रहे हैं.

मधुबनी से आलोक कुमार की रिपोर्ट

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