सिटी पोस्ट लाइव : कहते है अगर आपके पास काबिलीयत कितनी भी क्यों ना हो अगर आपके पास अपनी बीते हुए दिन की बाते याद नहीं है और अपनी संस्कारों को जो कुर्सी की लोभ में आकर भूल जाए तो वो काबिलीयत किसी काम की नहीं. अपनी जमीनी कार्यों से जनता के दिलों पर राज करने और सरकार के लिए कोरोना काल में भी सबसे बेहतरीन कार्य करने वाले मोतिहारी डीएम शीर्षत कपिल अशोक है, जिन्होंने बहुत ही कम समय में जनता के हित में लिए गए अनेकों सफल फैसले से अपनी एक अलग अमिट छाप बना ली है.
लगातार जिले में सभी अस्पताल से लेकर अंचल कार्यालय प्रखंड कार्यालय में खुद ही जाकर हर एक कार्य की जानकारी खुद से लेना इनकी कार्यशैली की तारीफें तो जनता करती रहती है और लगातार सोशल मीडिया पर इनकी जिक्र दिखाई देती रहती है आज एक और तस्वीर देखने को मिली है जिसमें डीएम और उनकी जीवन संगिनी उनकी पत्नी और एक बेटे और एक 14 महीने की छोटी बच्ची अपने हाथों में धान रोपने के लिए धान का बीज लिए खेत में खड़े है
आखिर ऐसा क्या हुआ जिसमें कारण डीएम को करना पड़ा अपने बच्चों के साथ से खेत में धान की रोपनी
आज एक तस्वीर देखने को मिली है जिसमें मोतिहारी के डीएम अपने परिवार के साथ खेत में धान की रोपनी करते नजर आ रहे है दरअसल मोतिहारी डीएम शीर्षत कपिल अशोक का बचपन से ही खेती बाड़ी से काफी लगाव रहा है वो बहुत ही सीधे सरल व्यक्ति है. जैसी लोगों की अपनी अपनी कोई मजबूरी होती है या दुख तकलीफ होती है उसे वो काफी अच्छे से समझते है जिनके कारण वो जनता के लिए जमीनी स्तर तक कार्य करने का प्रयास करते है और इसीलिए जनता इनकी इतनी दीवानी है.
मोतिहारी में जिलाधिकारी जैसे अहम पद पर रहते हुए खेत में उतरकर कीचड़ से सना होना और परिवार बच्चों के साथ धान रोपने की बात बेहद चर्चा का विषय बन गया है. शीर्षत कपिल अशोक अपनी पत्नी और बच्चों के साथ खेत में धान रोपते नजर आ रहे हैं. पूरा परिवार इसका आनंद लेता नजर आ रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल इन तस्वीरों की लोग तारीफ करते नहीं थक रहे.
आईएएस शीर्षत कपिल अशोक मूल रूप से महाराष्ट्र के सांगली जिले के मिरज गांव के रहने वाले हैं. शीर्षत एक किसान परिवार से आते हैं. इनके पिता बीएसआरएल में जूनियर इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे. इनकी प्रारंभिक पढ़ाई महाराष्ट्र के सतारा जिले के कोरेगांव में हुई है. सतारा से ही इन्होंने इंटर की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद शीर्षत कपिल ने राहुरी के एमपीकेवी यूनिवर्सिटी से बीटेक किया और दिल्ली स्थित आईएआरआई से मास्टर की डिग्री हासिल की.
शीर्षत कपिल अशोक ने कुछ दिन बैंक में एग्रीकल्चर फील्ड अफसर के रूप में काम किया है. इसी दौरान उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी की और साल 2011 में यूपीएससी क्रैक किया. यूपीएससी में अच्छा रैंक हासिल करने के बाद इन्हें आईएएस के रूप में चयनित किया गया. बचपन से ही शीर्षत आईएएस अधिकारी बनना चाहते थे.
मोतिहारी से दिव्यांशु कुमार की रिपोर्ट