सिटी पोस्ट लाइव : एकबार फिर से बिहार के लोगों को सीधे मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्या रखने का मौका मिलेगा.5 साल बाद फिर से “जनता के दरबार में मुख्यमंत्री” कार्यक्रम शुरू होने जा रहा है. इसी महीने की 12 जुलाई से जनता दरबार की फिर से शुरुआत हो रही है. इसे लेकर प्रशासनिक अमले ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. जनता दरबार सप्ताह में हर दिन सोमवार को आयोजित किया जाएगा. जनता दरबार में कोविड प्रोटोकॉल का पालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाएगा. पूर्व में जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम मुख्यमंत्री आवास (CM House Patna) के एक हिस्से में होता था पर वहां निर्माण होने की वजह से अब यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद परिसर में होगा.
इस आयोजन के लिए निर्माण कार्य चल रहा है. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को सीधे बिहार के हर हिस्से से आने वालों से रूबरू होने का मौका मिलता है. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सचिवालय में जनता दरबार के लिए बन रहे शेड का मुआयना भी किया था. इस समय से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि बिहार में मुख्यमंत्री फिर से जनता दरबार की शुरुआत कर सकते हैं. 2005 में सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2006 से जनता दरबार की शुरुआत की थी. इस जनता दरबार में बिहार के सुदूर इलाके से भी लोग फरियादी के रूप में पटना पहुंचते थे.
सोमवार को आयोजित होने वाले इस जनता दरबार में मुख्यमंत्री जनता की बातों को स्वयं सुनते थे और फौरी तौर पर इसके निपटारा का आदेश भी देते थे. दरअसल जनता दरबार के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमीनी पकड़ काफी मजबूत हुई. 2016 तक यानी 10 वर्षों तक यह जनता दरबार सफलतापूर्वक आयोजित होता रहा, हालांकि बाद में लोक शिकायत निवारण कानून राज्य में लागू हो गया. इस कानून के लागू होने के बाद जनता दरबार लगना बंद हो गया था. हालांकि एक बार फिर करीब 5 सालों के बाद जनता दरबार की फिर से शुरुआत होने जा रही है.