सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर 17 जून को हुए पार्सल बम ब्लास्ट के आरोपियों को शनिवार को पटना में NIA कोर्ट में पेश किया गया. आरोपियों को 7 दिन की रिमांड पर दिया गया है. ये दोनों आरोपी यूपी के शामली से पकड़े गए थे.पकडे गये ईन आतंकियों ने पूछताछ में बड़े खुलासे किये हैं. उनकी योजना ट्रेन को उड़ाने की थी लेकिन एक छोटी सी चूक की वजह से ट्रेन में बिस्फोट नहीं हो सका. NIA ने 30 जून को सबसे पहले हैदराबाद से लश्कर-ए-तैयबा के से संबंधित दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था. ये आतंकवादी भारत में कई जगह बम ब्लास्ट की साजिश रच रहे थे. आरोपी मोहम्मद नासिर और इमरान सगे भाई हैं. NIA की पूछताछ में सामने आया कि दोनों भाई टाइम बम बनाने की फिराक में थे.
नासिर और इमरान से हुई पूछताछ के बाद NIA ने यूपी के शामली से भी दो आरोपियों को पकड़ा था. ये कासिम और सलीम हैं. दरभंगा ब्लास्ट के ये दोनों ही मास्टर माइंड हैं. जांच में सामने आया है कि फरवरी, 2021 में हाजी सलीम के घर पर कासिम मिला था. यहीं दोनों ने बम ब्लास्ट की साजिश रची थी.दरभंगा में यह धमाका एक ट्रेन के पार्सल वैन से भंडार स्थल तक कपड़ों के बंडल ले जाते वक्त हुआ था.इसमें कोई घायल नहीं हुआ था. पार्सल सिकंदराबाद से चलने वाली ट्रेन के जरिये दरभंगा तक लाया गया था. यह पार्सल हैदराबाद के रहने वाले सुफियान नामक शख्स ने भेजा था. हालांकि जांच पड़ताल में यह शख्स फर्जी निकला. यह नंबर यूपी के शामली का निकला था. जांच करते हुए पुलिस शामली पहुंची, फिर सलीम और कासिम पकड़े गए.
NIA की जांच में दरभंगा ब्लास्ट का कनेक्शन पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से सामने आया था. इसके बाद जांच तेज हुई और हैदराबाद से आरोपी मोहम्मद नासिर खान और उसके भाई इमरान मलिक को पकड़ा गया. इन्होंने आईईडी बम बनाना स्वीकार किया. बम को कपड़े के पार्सल में पैक करके सिकंदराबाद से दरभंगा चलने वाली ट्रेन में छोड़ दिया था. आरोपी नासिर 2012 में पाकिस्तान गया था। वहीं से उसने केमिकल बम बनाना सीख था.ये आतंकवादी देश में कई जगह बम धमाके की साजिश रच रहे थे, लेकिन पहले ही पकड़े गए। इनसे पूछताछ से और भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.