लीज एरिया से हटकर पत्थर खनन कर रही जेपीएल और देवंती प्रोजेक्ट कंपनी
सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: जिले में दो बड़ी कंपनियां सरकारी नियमों को ठेंगा दिखाते हुए लीज एरिया से अलग हटकर पत्थर उत्खनन कर रही है। यह मामला तब उजागर हुआ जब पतरातु अंचल अधिकारी ने इस पूरे मामले पर संज्ञान लिया। पतरातू प्रखंड के लौवाडीह गांव में झारखंड की दो बड़ी कंपनियां जेपीएल इंटरप्राइजेज और देवंती प्रोजेक्ट माइनिंग कार्य में लगी हुई है। ग्रामीणों ने जब अंचल अधिकारी को इस अवैध कार्य की जानकारी दी तो उन्होंने एक कंपनी जेपीएल इंटरप्राइजेज को विभाग की ओर से नोटिस भी भेज दिया।
पूरे मामले की जब जांच हुई तो पता चला कि जेपीएल इंटरप्राइजेज को गांव के जिस एरिया में खनन करने के लिए लीज दिया गया था, कंपनी वहां काम नहीं कर रही है। कंपनी की गाड़ियां और मशीन उस क्षेत्र में कार्यरत थे जो खाता और प्लॉट उनके लीज क्षेत्र में नहीं आता है। पतरातू अंचल अधिकारी ने यह भी बताया कि यह कार्य पिछले कई वर्षों से हो रहा है। माइनिंग के लिए वन विभाग और खनन विभाग दोनों का ही एनओसी बेहद आवश्यक है। ग्रामीणों के द्वारा उन्हें बताया गया है कि इन दोनों विभागों को पहले भी इस अवैध कार्य के प्रति अवगत कराया गया था। लेकिन कोई पहल नहीं हुई। इससे स्पष्ट है कि दोनों विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की वजह इस अवैध कारोबार के संचालन हो रहा था।
25 जून को लीज एरिया की हुई मापी
सोमवार को पतरातू अंचल अधिकारी शिव शंकर पांडे ने बताया कि जेपीएल इंटरप्राइजेज कंपनी के मालिक नीरज सिंह को नोटिस देकर मापी के दिन बुलाया गया था। उन्हें कहा गया था कि अगर वह मौजूद ना रहे, तो अपने लीज आर्डर के साथ अपने प्रतिनिधि को भी कार्यस्थल पर भेज सकते हैं। लेकिन कंपनी की ओर से कोई प्रतिनिधि जमीन मापी के दौरान उपस्थित नहीं था। उनकी अनुपस्थिति में ही मापी हुई तो पता चला कि वह अपने निजी क्षेत्र से बाहर काम कर रहे हैं।
देवंती प्रोजेक्ट कंपनी पर भी उठने लगा है सवाल
पतरातू प्रखंड के नावाडीह गांव में जेपीएल इंटरप्राइजेज के अलावा देवंती प्रोजेक्ट कंपनी भी पत्थर उत्खनन कार्य में लगी हुई है। इस कंपनी को भी जिला प्रशासन की ओर से लीज दिया गया है। लेकिन इस कंपनी ने अपने कार्यस्थल पर ना तो किसी प्रकार बोर्ड लगाया है और ना ही ग्रामीणों को इस कंपनी के बारे में पता है। यह कंपनी भी अपने लीज क्षेत्र से अलग हटकर ही काम कर रही है। अब जिला प्रशासन की नजर जेपीएल और देवंती प्रोजेक्ट दोनों पर ही है।
देवंती प्रोजेक्ट के दोनों पार्टनर को जारी हो सकती है नोटिस
इस पूरे मुद्दे पर जिला प्रशासन ने अब सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दिया है। पतरातू अंचल कार्यालय के अलावा खनन विभाग और वन विभाग के द्वारा देवंती प्रोजेक्ट के दोनों पार्टनर अमित साहू और नीलांबर बडाईक को भी नोटिस जारी किया जा सकता है। अब इस पूरे मामले में लौवाडीह में कार्यरत कंपनियों के लीज क्षेत्र की मापी होगी। पतरातू अंचल अधिकारी ने बताया कि वह मापी से संबंधित रिपोर्ट रामगढ़ डीसी को भी सौंपेंगे। उनके निर्देश के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी।
अवैध खनन से बरकाकाना रांची रेलवे ट्रैक पर मंडरा रहा खतरा
लीज एरिया से अलग हटकर पत्थर का अवैध खनन बरकाकाना रांची रेलवे ट्रैक को खतरे में डाल चुका है। देवंती प्रोजेक्ट जिस जगह पर खनन कार्य कर रही है, उसके बगल में ही रेलवे ट्रैक बिछाई गई है। हैवी ब्लास्टिंग की वजह से पहाड़ का पत्थर सीधे रेलवे ट्रैक पर गिरता है। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। जेपीएल इंटरप्राइजेज का लीज क्षेत्र भी रेलवे ट्रैक से थोड़ी दूर पर ही है। लेकिन वह भी अपने लीज एरिया से बाहर निकल कर काम कर रहे हैं, जिसकी वजह से रेलवे ट्रैक कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता है।