बिहार में सरकारी रेमडेसिविर की धड़ल्ले से हो रही कालाबाजारी, EOU का खुलासा.

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सिटी पोस्ट लाइव :अस्पताल में भर्ती मरीज के नाम पर रेमडेसिविर इंजेक्शन को ड्रग कंट्रोलर के जरिए हासिल किया जाता है और फिर उसे  मुनाफाखोरी के लिए  उसकी डील दूसरे मरीज के परिजनों से की जाती है. मोटी रकम लेकर उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) बेच दी जाती है. रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी पुरे राज्य में हो रही है.. रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOU) और पटना पुलिस (Patna Police) की जांच में यह महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है. इस इंजेक्शन की कालाबाजारी सिर्फ राजधानी पटना (Patna) में ही नहीं, बल्कि राज्य भर में हो रही थी.

गौरतलब है कि छह मई की रात EOU और पटना पुलिस की टीम ने गांधी मैदान थाना क्षेत्र के एसपी वर्मा रोड स्थित रेनबो हॉस्पिटल में छापेमारी की थी. अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. अशफाक अहमद और उनके साले अल्ताफ अहमद को रेमडेसिविर के दो डोज के साथ पकड़ा गया था. इन दोनों से किए गए पूछताछ और अब तक की जांच में यह बात सामने आयी कि मरीज का नाम लिखकर डॉक्टर अपने लेटरपैड को ड्रग कंट्रोलर को देता था फिर उसके जरिए इंजेक्शन की डोज सरकार की तरफ से निर्धारत तय रेट पर हासिल कर उसे अपने पास रख लेता था. बाद में मोटी रकम देने वाले लोगों की तलाश करता था और डील तय होते ही उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन बेच दिया करता था.

पटना के सिटी एसपी सेंट्रल विनय तिवारी ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि अब आरोपी और उसके मददगारों की तलाश में छापेमारी चल रही है.आठ मई की शाम को पटना के कंकड़बाग इलाके में EOU ने लोकल पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी की थी. रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले एक न्यूज पोर्टल के HR, उसके साथी और उनकी निशानदेही एक डॉक्टर को पकड़ा गया था जबकि इनका चौथा साथी अब भी फरार है. इसकी तलाश में पुलिस की छापेमारी चल रही है. पटना सदर के एएसपी संदीप सिंह के अनुसार जांच के दौरान इस केस में क्लू मिले हैं जिसके आधार पर अभी पड़ताल चल रही है.

रेमडेसिविर हो या फिर ऑक्सीजन की कालाबाजरी का मामला, EOU और लोकल थाना पुलिस ने मिलकर इस तरह के सभी मामलों में छापेमारी और गिरफ्तार करने की कार्रवाई कर रही है. कालाबाजारी और फर्जीवाड़ा का यह खेल कहां से, और किसके इशारे पर चल रहा था इसके बारे में पता लगाया जा रहा है. मुनाफाखोरी के इस खेल में कौन-कौन लोग शामिल हैं, उनकी डीटेल हासिल की जा रही है. पुलिस फरार शशि यादव की तलाश में छापेमारी कर रही है.

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