सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस इन दिनों देश तबाही मचा रहा है. हालांकि संक्रमण के मामलों में गिरावट दर्ज तो की गई है, लेकिन खतरा अब भी बरक़रार है. इन सबके बीच जो मुख्य बात ये है कि यदि आप कोरोना को मात दे चुके हैं तो भी आप स्वस्थ नहीं हुए हैं. आपके लंग्स में इंफेक्शन लम्बे समय तक रह सकता है. ऐसे में जरुरी है कि आपको बीमारी से ठीक होने के बाद भी लंग्स का ख़ास ख्याल रखना होगा.
इस बात का पता ऑक्सफॉर्ड यनिवर्सिटी में हुई रिसर्च के दौरान वैज्ञानिकों को चला है. सबसे खास बात ये है कि इसका पता साधारण सीटी स्कैन से नहीं चलता है. वहीं मरीज को भी इसके बारे में कम ही जानकारी होती है और वो खुद को ठीक महसूस करता है. उसको लगता है कि अब वो पूरी तरह से ठीक है और उसके फेफड़े सही तरह से काम कर रहे हैं.
यूनिवर्सिटी ऑफ शेफिल्ड के प्रोफेसर जिम वाइल्ड का कहना है कि इस शोध से जो निष्कर्ष निकला है वो बेहद दिलचस्प है। Xe MRI तकनीक से फैंफड़ों के उसी निश्चित जगह की जानकारी मिली जहां पर समस्या था और जो पहले किए गए सिटी स्कैन में पता नहीं चल सकी थी। इस शोध के प्रमुख शोधकर्ता फर्गस ग्लीसन का कहना है कि कई कोरोना मरीजों ने ठीक होने के कई महीनों बाद तक भी सांस लेने में दिक्क्त की बात साझा की है।
वैज्ञानिकों ने पाया है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने या उनके अस्पताल से डिस्चार्ज होने के तीन माह के बाद भी उनके फैंफड़े खराब रह सकते हैं. कुछ मरीजों में और अधिक लंबे समय तक भी फैंफड़े खराब रह सकते हैं. ऐसे समय में आप सीटी स्कैन भी कराते हैं तो कुछ खास पता नहीं चल सकेगा. हालांकि आप अपने ब्लड में ऑक्सीजन लेवल जानकर यह जरुर पता कर सकते हैं कि आपके ब्लड में ऑक्सीजन की स्पलाई सही है या नहीं. अगर नहीं है तो एक बार डॉक्टर से सम्पर्क करना अनिवार्य है.