सिटी पोस्ट लाइव : 19 मई की रात पुरनिया जिले में एक समुदाय के सैकड़ों लोगों ने मझुवा गांव के महादलित बस्ती पर अचानक हमला बोल दिया. भीड़ ने पूर्व चौकीदार नेवालाल राय को पीट -पीटकर मार डाला. महादलित बस्ती की महिलाओं के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की.उनके दर्जनों झोपड़ियों को आग के हवाले कर दिया.इस वारदात को लेकर बिहार की राजनीति गरमाई हुई है. बीजेपी की ओर से जहां आरोपियों को तत्काल गिरफ़्तार कर स्पीडी ट्रायल चलाने की मांग की जा रही है तो आरजेडी की ओर से नीतीश सरकार को इस मामले में घेरने की तैयारी की जा रही है.
पुलिस के अनुसार 19 मई की रात पूर्णिया के बायसी अंचल के नियामतपुर गांव के दलित टोले में कई घरों में 100 से 150 लोगों ने मारपीट करने के साथ आगजनी की थी. इस घटना में सेवानिवृत्त चौकीदार नेवीलाल राय की मौत हो गई थी. इसके बाद 20 मई को बायसी थाने में 3 FIR दर्ज की गई, जिसके तहत अब तक 2 नामजद लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. मामले में रिजवी, शाकिद, इलियास को मुख्य आरोपी बनाया गया है. पुलिस के अनुसार यह मामला जमीनी विवाद से जुड़ा है. इसलिए सोशल मीडिया पर यह खबर कि हमलावर बाहर से आए थे, निराधार है.
पूर्णिया के बायसी में महादलित बस्ती में आग लगाए जाने की घटना और एक व्यक्ति की हत्या किए जाने के बाद बीजेपी का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के करीब 300 लोगों ने महादलित लोगों के कई घरों में आग लगा दी. बीजेपी का यह भी कहना है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने महादलित परिवार की महिलाओं के साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार भी किया. बीजेपी नेता ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल के निर्देश पर बीजेपी की टीम ने पीड़ित महादलित परिवार से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी ली है.
दरअसल, चिकन नेक भारत के पश्चिम बंगाल स्थित करीब 27 किलोमीटर का वह संकीर्ण रास्ता है जो भारत के पूर्वोत्तर राज्यों से अन्य राज्यों को जोड़ता है. पश्चिम बंगाल का सिलीगुड़ी इस चिकन नेक का प्रमुख क्षेत्र है. जो भारत की नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, सिक्किम, दार्जिलिंग की पहाड़ियां और पूर्वोत्तर भारत को देश के अन्य हिस्से से जोड़ती है. भारत के नक्शे में पश्चिम बंगाल का उत्तरी हिस्सा यानी उत्तर दिनाजपुर और दार्जिलिंग के साथ बिहार का किशनगंज जिला भी चिकन नेक से जुड़ा है. बिहार का किशनगंज नेपाल के पश्चिमोत्तर से तो वहीं उत्तर दिनाजपुर का पूर्वी भाग बांग्लादेश से जुड़ा है. बताया जाता है कि बिहार के पूर्णिया जिला के बायसी थाना क्षेत्र स्थित जिस मझवां गांव में यह घटना घटी है वह चिकन नेक से महज 8 किलोमीटर दूर है.
सीएए (CAA) के विरोध में AMU यानी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन के दौरान शरजील इमाम ने देश विरोधी बयान देते हुए पूर्वोत्तर भारत को भारत से जोड़ने वाले चिकन नेक को काटने की बात कही थी. उसने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन के दौरान पूर्वोत्तर भारत को तोड़ने की बात कही थी. हालांकि बिहार के जहानाबाद के रहने वाले शरजील इमाम को फरार होने के कुछ दिन बाद जहानाबाद से ही गिरफ्तार कर लिया गया था. गौरतलब है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में चिकन नेक को काटने की बात करने वाले शरजील पटना के फुलवारी शरीफ में भी एक बैठक कर चुके थे.
बीजेपी नेता और बिहार विधान पार्षद देवेश कुमार ने बताया कि जिस तरह पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार बनने के बाद मुस्लिम बहुल क्षेत्र में हिंदुओं पर अत्याचार किया जा रहा है। इस वजह से उस क्षेत्र से हिंदुओं का पलायन शुरू हो चुका है। बंगाल की तर्ज पर बिहार में भी मुस्लिम बहुल क्षेत्र में हिंदुओं पर हमले किए जा रहे हैं.उन्होंने कहा कि पूर्णिया के जिस इलाके में महादलित बस्ती पर हमला किया गया इससे पूरी बस्ती में दहशत कायम है. बीजेपी नेता कहना है कि अगर स्थिति यही बनी रही तो इस इलाके से भी हिंदुओं का पलायन शुरू हो जाएगा. बीजेपी नेता ने मांग की है कि महादलित बस्ती पर हमला करने वाले सभी दोषियों की गिरफ्तारी करने के बाद उन पर स्पीडी ट्रायल चलाया जाए और कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. ताकि भविष्य में इस तरह की घटना न घट सके.
बिहार विधान पार्षद और बीजेपी नेता देवेश कुमार ने बताया कि पूर्णिया के बाद किशनगंज के बहादुरपुर थाना के रसिया टोली में भी एक समुदाय के लोगों ने धारदार हथियार से काटकर लाल चंद्र राय की हत्या कर दी है. उन्होंने बताया कि मृतक महादलित समाज के हरी समाज का व्यक्ति था. इस घटना के पीछे भी जमीनी विवाद बताया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चिकन नेक वाले क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं किसी बड़े अनहोनी को प्रदर्शित कर रही है. बीजेपी के विधान पार्षद देवेश कुमार ने कहा कि मुस्लिम बहुल क्षेत्र में हिंदुओं पर अत्याचार चिकन नेक काटने की साजिश के तहत ही किया जा रहा है.