सिटी पोस्ट लाइव: बेगूसराय के नगर विधायक कुंदन सिंह का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें गुस्से से लाल नगर विधायक ने बुडको के द्वारा संचालित शहर में नल जल योजना सीवरेज और नमामि गंगे के कर्मचारियों और ठीकेदार को खींच-खींच मारने की बात कहते दिखाई पर रहे हैं. इतना ही नहीं गुस्से से लाल हुए नगर विधायक कुंदन सिंह ने, बुडको के कर्मचारियों और ठीकेदारों को कहा कि बेगुसराय को पिता जी की जमींदारी समझ लिए हो क्या. इस दौरान विधायक गुस्से से तमतमा रहे थे.
उनके साथ नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी भी विधायक के साथ मौजूद थे. तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो के बाद लोग अपनी तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. कुछ लोग इसे शहर की स्थिति को देखते हुए राज बता रहे हैं तो कुछ लोग विधायक को मर्यादा में रहकर काम करने की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. बताते चलें कि, बेगुसराय में नल जल योजना, नमामि गंगे और सीवरेज का काम काफी समय से चल रहा है. जिसकी कार्य प्रगति काफी धीमी है. जिससे आम लोगो में काफी आक्रोश देखा जा रहा है.
बताते चलें कि, शहर का हर गली मुहल्ला पाइप बिछाने के नाम पर गढ्ढे में तब्दील है. जिससे सड़क हादसे की घटना बढ़ गई है. इसी सिलसिले में विधायक नगर निगम के अधिकारियों के साथ आज नगर निगम क्षेत्र के कई हिस्सों के दौरा किया। इसी सिलसिले में तेलिया पोखर के समीप विधायक आपे से बाहर हो गए और उन्होंने कहा कि ऐसी नौबत पैदा मत करो की चौक चौराहे पर खींच-खींच पिटाई करे. इस दौरान उन्होंने कहा कि बेगुसराय को पिता जी के जमींदारी समझ लिए हो. मुझे विवश मत करो कि हम अपने रूप में आ जाये.
इस संबंध में विधायक ने मीडिया को सफाई देते हुए कहा कि, मैंने कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया है. हां उनलोगों को बुलाकर कार्य के धीमी प्रगति पर रोष व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि, तमाम सरकारी एजेंसी शहर को हर जगह गड्ढे में तब्दील कर दिया है. पिछले साल बारीश में शहर का हाल क्या था आप सबो से छिपा नहीं था. जिसका परिणाम ये होता है कि जनता का गुस्सा जनप्रतिनिधियों को उठाना पड़ता है. जनता उनको कोसती है. कोई काम न करे और हम विधान सभा का गार्जियन होने के नाते चुप रहे.
साथ ही कहा कि, क्या मेरा फर्ज नहीं बनता है कि मैं उनको काम नहीं करने वालो को डांट फटकार करुं. अगर आगे भी काम नहीं किया तो वो डांट-फटकार करता रहूंगा. फिलहाल, विधायक का ये रूप काम की प्रगति पर कितना असर डालता है ये तो आने वाला समय ही बताएगा. लेकिन, कैमरे के सामने विधयाक का यह आक्रोश कुछ दिन पहले ही अगर बंद कमरे में दिखाई पड़ता तो आज काम की रफ्तार पहले से अधिक तेज होती ऐसा लोग चर्चा करते नजर आ रहे हैं.
बेगूसराय से जीवेश तरुण की रिपोर्ट