सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में कोरोना वायरस की महामारी के दौरान होम आइसोलेशन में रहनेवाले मरीजों की मदद के लिए बनाए गए ऐप (Home Isolation App)ने बड़ी भूमिका निभाई है. अब बिहार के इस ऐप को राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने का निर्णय लिया गया है. देशभर के 9 राज्यों के 46 जिलाधिकारियों के साथ पीएम की वर्चुअल संवाद के दौरान पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में होम आइसोलेशन ट्रैकिंग ऐप ने बड़ी भूमिका निभाई है. इसके जरिये रियल टाइम में कोरोना पॉजिटिव जोन के बाद होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के बारे में जानकारी एक क्लिक पर मिल जाती है. यही नहीं, मरीजों की स्थिति के अनुसार तत्काल उपाय किये जा सकते हैं.
वर्चुअल संवाद के दौरान बिहार के आइसोलेशन ट्रैकिंग ऐप की जानकारी मिलने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यह ऐप पूरे देश के लिए उपयोगी हो सकता है. ऐप का उपयोग आशा कार्यकर्ता फैसिलिटेटर के माध्यम से किया जा सकता है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को निर्देश देते हुए बिहार के होम आइसोलेशन ऐप का विस्तृत अध्ययन कर राष्ट्रीय स्तर पर लागू करना चाहिए.जिलाधिकारियों के साथ पीएम मोदी के वर्चुअल संवाद में पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने पीएम से बात रखते हुए कहा कि बिहटा में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) अस्पताल में 500 बेड की क्षमता है, लेकिन आज सभी ऑक्सीजन युक्त बेड नहीं होने के कारण सेना के डॉक्टरों द्वारा सिर्फ 100 बेड का इस्तेमाल हो पा रहा है.
गौरतलब है कि होम आइसोलेशन ट्रैकिंग कोविड ऐप से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा मरीजों के घर पर जाकर प्रतिदिन उनके शरीर का तापमान और ऑक्सीजन स्तर जांच की जाएगी, जिसके आधार पर उनका उचित इलाज समय पर हो सकेगा. चिकित्सकीय पर्यवेक्षण के दौरान जिनका ऑक्सीजन स्तर 94 से कम पाया जाएगा, उन्हें आवश्यकता पड़ने पर डेडिकेटेड हेल्थ सेंटर में समय भर्ती कराकर उनका इलाज कराया जाएगा.