सिटी पोस्ट लाइव: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज क्राइसिस मैनेजमेंट के ग्रुप की बैठक के बाद बड़ा निर्णय लेते हुए 15 मई तक लॉकडाउन लगाने का आदेश दिया है. वहीं, नीतीश कुमार के इस फैसले के बाद सियासत गरमा गयी है. नीतीश कुमार के इस फैसला पर हम पार्टी ने नाराजगी जाहिर की है. हम का कहना है कि, सरकार के इस फैसले से मजदूर और गरीब प्रभावित होने और वे कोरोना से तो बच सकते हैं लेकिन भूख से नहीं.
इस मामले में हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान का कहना है कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निःसंदेह लॉकडाउन लगाने का फैसला न्यायालय की टिप्पणी के बाद लिया गया है. लेकिन, इस निर्णय के बाद कहीं ना कहीं गरीब तबका निराश होगा क्योंकि गरीब कोरोना से बच भी सकता है लेकिन वह भूख से मर सकता है. न्यायालय ने टिप्पणी जरूर की है लेकिन न्यायालय को गरीबों का भी ख्याल रखना चाहिए था.
साथ ही उन्होंने सरकार से अनुरोध करते हुए कहा कि, लॉकडाउन के फैसले के साथ-साथ मजदूर और गरीबों की भी चिंता करनी होगी. जिन लोगों से बैंक से लोन लिया है उनको बैंकों का इंटरेस्ट माफ़ होने चाहिए और किरायेदारों का किराया भी माफ़ होना चाहिए. इस ओर सरकार को ध्यान देना चाहिए नहीं तो जनता के बीच आक्रोश पनपेगा जिसका नतीजा बिलकुल ख़राब होगा. इस तरह हम पार्टी ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया है.