शहीद थानेदार और मां की अर्थी एक साथ निकली घर से, लोगों की आंखों से छलकने लगे आंसू

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सिटी पोस्ट लाइव : किशनगंज टाउन थाना के शहीद थाना प्रभारी अश्विनी कुमार के पूर्णिया स्थित आवास से रविवार को एक साथ दो-दो अर्थियां निकलीं। एक शहीद दारोगा अश्विनी कुमार की और दूसरी उनकी मां उर्मिला देवी की। ये दृश्य देखकर लोगों का कलेजा कांप गया। लोगों की आंखों से झर्र-झर्र आंसू बह निकले ।

शहीद की बेटी नैंसी ने पिता को आखिरी विदाई दी। नैंसी के आंखों के आंसू सूख नहीं रहे थे। नैन्सी ने कहा कि उन्हें स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं है। उनके पिता की हत्या एक साजिश के तहत कराई गई है। इसकी सीबीआई से जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी मां की स्थिति काफी खराब है, उनके दो छोटे भाई बहन हैं उनके परिजनों का कैसे गुजारा होगा।

शहीद की बेटी ने कहा कि उनके पिता अश्विनी कुमार काफी ईमानदार और बहादुर थाना प्रभारी थे लेकिन पुलिस और अन्य लोगों ने मिलकर साजिश के तहत उसकी हत्या करवा दी। उनके गांव के लोगों ने कहा है कि इंस्पेक्टर मनीष कुमार सारे घटना के पीछे दोषी हैं।आपको बता दें कि इस बीच मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में सर्किल इंस्पेक्टर मनीष कुमार सहित सात पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। आईजी के निर्देश पर एसपी ने यह
बड़ी कार्रवाई की है।

इधर पूर्णिया प्रक्षेत्र के आईजी सुरेश कुमार चौधरी, कमिश्नर राहुल रंजन महिवाल, डीएम राहुल कुमार, एसपी दयाशंकर, एमएलसी दिलीप जायसवाल, बनमनखी विधायक कृष्ण कुमार ऋषि समेत कई नेता मौके पर पहुंचे। आईजी सुरेश चौधरी ने कहा कि पूर्णिया क्षेत्र के चारों जिलों के सभी पुलिसकर्मी अपना एक दिन का वेतन शहीद अश्विनी कुमार के परिजन को देंगे। यह राशि लगभग 50 लाख रुपये होगी।

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