कोरोना के कारण कोचिंग संस्थान बंद होने से फूटा छात्रों का गुस्सा, रणक्षेत्र में तब्दील हुई सासाराम की मुख्य सड़कें

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव: रोहतास जिले में आज कोविड-19 को लेकर सरकार के द्वारा जारी नियमों के निर्देश पर कोचिंग बंद कराने जैसे ही नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अपने दल बल के साथ गौरक्षणी पहुंची. तभी कोंचिंग में पढ़ने आए छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा. साथ ही कोचिंग के छात्रों ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन पर उतर गए और आगजनी-पथराव करना शुरू कर दिया.

सासाराम का पूरा शहर उस वक्त रण क्षेत्र में तब्दील हो गया जब कोचिंग बंद कराने से नाराज छात्र सड़क पर उतर गए. पोस्ट ऑफिस से लेकर समाहरणालय तक छात्रों की टोलियां नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया. वहीं छात्रों के हंगामे से अफरातफरी की स्थिति बनी हुई है. मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स को भी लगाया गया है.

वहीं छात्रों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. छात्रों का कहना है कि, बिहार राज्य में कोई शैक्षणिक संस्थान नही बन्द होंगे. कोरोना केवल स्कूल कॉलेज में ही आ रहे है. जहां चुनाव हो रहे है वहां पर कोरोना दस्तक नहीं दे रहा है. उपद्रवियों के द्वारा पुलिस बल पर भी पथराव किया गया, जिसमें पुलिस के कई वाहनों के शीशे टूटे हैं. वहीं पुलिस प्रसासन स्थिति को संभालने में लगी हुई है.

छात्रों के पथराव में नगर थानाध्यक्ष कामाख्या नारायण सिंह समेत कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. वहीं जवाब में पुलिसकर्मियों को फायरिंग करना पड़ा. इस मामले में अब तक 10 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. जिले भर के पुलिस पदाधिकारी सासाराम पहुंचकर कार्रवाई में जुटे हुए हैं. वहीं मौके पर पहुंचकर स्थिति को उपद्रवी छात्रों से नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए.

भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर कैंप कर रही हैं. एक दर्जन से अधिक छात्रों को गिरफ्तार भी किया गया है. छात्रों का यह भी कहना है कि तमाम तरह की गतिविधियां संचालित है. सिर्फ कोचिंग संस्थान और शिक्षण संस्थानों को बंद किया जा रहा है. छात्रों के हंगामे से कई घंटे सासाराम का मुख्य चौराहा रण क्षेत्र में तब्दील रहा. इस दौरान जमकर हंगामा हुआ. छात्रों के पथराव में पुलिस कर्मियों के अलावा कई पत्रकारों को भी चोटें आई हैं.

रोहतास से विकास चंदन की रिपोर्ट 

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