एकबार फिर से अपने ‘लव-कुश’ समीकरण को दुरुस्त करने में जुटे नीतीश कुमार.

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव :विधान सभा चुनाव में मात खाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने  अपने पुराने ‘लव-कुश समीकरण ‘ को दुरुस्त करने में जुटे हैं.उपेन्द्र कुशवाहा जैसे बड़े नेता को पार्टी में शामिल कराने के बाद अब दुसरे बड़े कुशवाहा नेता भगवान सिंह कुशवाहा को साथ लाने की कोशिश में जुट गए हैं.

अपने पुराने ‘लव-कुश समीकरण ‘ (Lav-Kush Equation)  को दुरुस्त करने के लिए सबसे पहले नीतीश कुमार ने प्रदेश अध्‍यक्ष के पद पर उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) को बैठाया. फिर कुशवाहा समाज के बड़े नेता उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) को पार्टी में शामिल कराया और अब उनकी नजर  एक और मजबूत कुशवाहा नेता भगवान सिंह कुशवाहा (Bhagwan Singh Kushwaha) पर है, जिन्होंने टिकट नहीं मिलने पर बीते विधानसभा चुनाव के समय जेडीयू छोड़ दिया था.

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के तहत जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी बन गई. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एनडीए के तहत किए गए चुनावी वादे के अनुसार जेडीयू के नेता नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को मुख्‍यमंत्री बनाया, लेकिन सीटों के गणित में गठबंधन के अंदर जेडीयू की हैसियत कमजोर हुई है. इसके बाद जेडीयू अपने जमीनी आधार को मजबूत करने में लगा है. मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार अपने राजतनीतिक आधार रहे ‘लव-कुश’ वोटों को सहेजने की कोशिश में हैं. उपेन्द्र कुशवाहा के बाद अब भगवान सिंह कुशवाहा के आने के बाद यह समीकरण मजबूत होगा.

सोमवार को होली के मौके पर जेडीयू के पूर्व नेता व कभी मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी रहे भगवान सिंह कुशवाहा जेडीयू के पूर्व प्रदेश अध्‍यक्ष व राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह के घर पहुंचे. भगवान सिंह कुशवाहा ने बीते विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर जेडीयू छोड़कर जगदीशपुर (Jagdishpur Assembly Seat) से निर्दलीय चुनाव लड़ा था. अब उनके वशिष्‍ठ नारायण सिंह से मिलने के बाद राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा की जेडीयू में वापसी में वशिष्‍ठ नारायएा सिंह की मध्‍यस्‍थता महत्‍वपूर्ण रही थी.

होली में वशिष्‍ठ नारायण सिंह से मुलाकात के बाद भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने जेडीयू छोड़ दिया था, लेकिन उनका पार्टी से लगाव कायम रहा है. वशिष्ठ नारायण सिंह अभिभावक हैं, वे उनके आदेश का पालन करेंगे. वशिष्ठ नारायण सिंह ने भी कहा कि भगवान सिंह कुशवाहा कभी भी जेडीयू से दूर नहीं गए. ये पूछे जाने पर कि क्‍या भगवान सिंह कुशवाहा की भी उपेंद्र कुशवाहा की ही तरह घर वापसी होगी? वशिष्ठ नारायण सिंह ने इशारों में कहा कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है, इसे वक्‍त पर छोड़ दीजिए.

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