सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा के इतिहास में आज पहलीबार बिहार पुलिस के जवानों को सदन में इंट्री मिली.पहलीबार पुलिस के जवानों ने विधायकों को टांग टांग कर बाहर निकाला.इतना ही नहीं इसके पहले विपक्षी विधायकों की पुलिसवालों ने विस अध्यक्ष के चैंबर के बाहर जमकर पिटाई भी कर दी.विपक्ष के विधायक बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल विधेयक को लेकर हंगामा कर रहे थे. विपक्षी सदस्य इस बिल को काला कानून बताते हुए विरोध जता रहे थे. पुलिस के डंडे की बदौलत पुलिस बिल को सदन से पास करा लिया गया.
बिहार विधानसभा के हॉल में पटना पुलिस ने इंट्री की और 12 राजद-माले विधायकों को जबरन उठाकर बाहर किया. पूरे हॉल को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया.फिर सदन की कार्यवाही शुरू हुई. सदन की कार्यवाही शुरू होने और जबरन बिल कराते देख नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में तमाम विपक्षी सदसस्य सदन से वाकआउट कर गए. इसके बाद बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक को ध्वनिमत से पास करा दिया. विधेयक पास होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में बोलते कहा कि आज जो घटना घटी वह काफी अफसोसजनक है. जिस तरह से लोगों ने खड़े होकर हंगामा करवाया वो चकित करने वाला है. नीतीश कुमार ने कहा कि गलती हुई. जब यह विधेयक कैबिनेट से पास हुआ था उसके बाद इस पुलिस विधेयक के बारे में लोगों को बताया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में यह स्वीकार किया कि गलती हुई. अगर समय रहते प्रेस कांफ्रेंस कर पूरी बात की जानकारी दे दी जाती तो ये स्थिति नहीं आती.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने तो डीजीपी और गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव से इस संबंध में कहा था. सीएम नीतीश ने कहा कि इस विधेयक के बारे में लोग जानें ही नहीं और हंगामा करने लगे. उन्हें यह समझना चाहिए था,सदन में सवाल जवाब करना चाहिए था. हम उनके हर सवाल का जवाब देते. लेकिन उन लोगों ने बिना जाने-समझे इस तरह की हरकत की. उन्होंने कहा कि कोई न कोई इस विशेष सशस्त्र पुलिस बल विधेयक के बारे में दुष्प्रचार किया. इसी वजह से जो नये विधायक थे बिना पढ़े हंगामा करने लगे. विपक्ष पर हमला बोलते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि आप कब पढ़े,क्या पढ़े,क्या अर्थ निकला,किसी ने देखा तक नहीं और हंगामा शुरू कर दिया.