सिटी पोस्ट लाइव: “बिहार के सबसे चर्चित चर्म रोग के डॉक्टर अमर कांत झा ‘अमर’ अब हमारे बीच नहीं रहे. सोमवार की सुबह दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. PMCH के चर्म एवं यौन रोग विभागाध्यक्ष के साथ ही एक समय में वह यहां के अधीक्षक भी रहे थे. पटना मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य भी रह चुके थे. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के बिहार अध्यक्ष डॉक्टर अमरकां झा अमर का आज सुबह 8 बजे हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया.
पटना के प्रमुख चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ अभिषेक झा उनके पुत्र हैं.। पटना के रहने वाले चर्म रोग विशेषज्ञ डा. अमरकांत झा ‘अमर’ लंबे समय से चिकित्सा सेवा में रहे. अपने 40 वर्षों के लंबे सेवाकाल में उन्होंने समाज के सभी तबकों ें खासकर कमजोर वर्गों के लिए नि:स्वार्थ सेवा करते हुए उनके सुलभ इलाज के लिए हमेशा तत्पर रहे. सेवानिवृत्त होने तक उन्होंने 100 से अधिक पोस्ट ग्रेजुएट चर्म रोग विशेषज्ञों को पढ़ाया एवं विभिन्न मेडिकल कॉलेज में जाकर छात्रों की परीक्षा भी ली. उन्होंने PMCH में कई उपलब्धियां हासिल कीं.
डॉ. अमरकांत झा अमर ने गांवों में बढ़ते चर्म रोग को लेकर एक बड़ी मुहिम भी चलाई थी, जिसका विषय था ‘चर्म रोग विशेषज्ञ चले गांव की ओर. इस मुहिम के जरिए वे गांवों के लोगों से जुड़े. यह मुहिम पूरे देश में लोकप्रिय हुई थी. वर्ष 2009 में इस मुहिम की शुरुआत हुई थी, इसमें पूरे देश से लोगों ने बड़ा योगदान दिया था. इस अभियान के तहत डॉ. अमरकांत झा अमर ने गांवों में जाकर ढाई लाख से अधिक मरीजों का इलाज किए. उनके इसी योगदान को देखते हुए IADVL ने 40 साल में दूसरी बार उत्तर-पूर्वी भारत के किसी डॉक्टर को लाइफ टाइम अवार्ड के लिए चुना था. अमेरिका के बाद आइएडीवीएल चर्म रोग विशेषज्ञों की दूसरी सबसे बड़ी संस्था है.
PMCH में चर्म रोग के प्रोफेसर, अधीक्षक और प्राचार्य रहे डॉ. अमरकांत झा अमर ने ने चर्म रोग पर 8 से ज्यादा पुस्तकें लिखीं और उनके 123 शोधपत्र देश – विदेश के विभिन्न जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं. 30 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय और 40 राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में डॉ. अमरकांत झा अमर ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए थे. डा. झा अमेरिकन एसोशिएसन ऑफ डर्मेटोलॉजिस्ट के लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, चेतना समिति के मिथिला गौरव सम्मान पुरस्कार तथा IMA मुख्यालय के कई अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं.