सिटी पोस्ट लाइव : लखीसराय में 17 मार्च बैंक ऑफ इंडिया की सूर्यगढ़ा शाखा के कैशियर ऋषिदेव कुमार की गोली मारकर हत्या मामले में गिरफ्तार उसकी पहली पत्नी नूतन मेहता को पुलिस ने शनिवार को मुंगेर जेल भेज दिया है। इससे पहले नूतन मेहता का लखीसराय कोर्ट में बयान दर्ज कराया गया और हॉस्पिटल में कोरोना की जांच कराई गई।
एसपी सुशील कुमार एवं एसडीपीओ रंजन कुमार ने भी नूतन मेहता से अलग-अलग पूछताछ की। दोनों अधिकारी ने हत्याकांड से जुड़ी विभिन्न पहलुओं को लेकर उससे सवाल किया लेकिन नूतन ने खुद को निर्दोष बताया। उसने पुलिस से कहा कि उन्हें इस कांड से कोई मतलब नहीं है और न ही उसे इसके बारे में कोई जानकारी है। अन्य सूत्रों से हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस लगी हुई है और मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर बारीकी से जांच कर रही है।
मृतक के भाई और इस कांड के वादी चंदन कुमार ने राज्य के राज्यपाल के नाम एक आवेदन दिया है जिसमें खुद की जान को खतरा बताया है। आवेदन की प्रतिलिपि सीएम नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, गृह सचिव, डीजीपी, बिहार, डीआइजी मुंगेर, एसपी लखीसराय, डीएम लखीसराय, मुंगेर के सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, सूर्यगढा के विधायक प्रहलाद यादव को दी गई है।
आवेदन में कहा गया है कि वह बैंक ऑफ इंडिया का सीएसपी संचालित करता हूं। इस कारण गांव से सूर्यगढ़ा रुपये लेकर आना-जाना होता है। आरोपित नूतन मेहता, उसके पिता शिवनंदन महतो, भाई ओम महतो एवं मां जयंती देवी का घर रास्ते में पड़ता है। इस कांड से जुड़े लोगों से उसकी जान को खतरा है।
चंदन ने कहा है कि ऋषिदेव कुमार ने अपनी हत्या की आशंका को लेकर 2 दिसंबर 2012 को ही मेदनीचौकी थाना में भी सन्हा दर्ज कराया था इसकी प्रति भी अनुलग्नक के रूप में भेजी गई है। उक्त सन्हा में मृतक ऋषिदेव नें अपनी पत्नी नूतन मेहता, ससुर शिवनंदन महतो एवं अपने साले ओम महतो पर जान मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था।