सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में शराबबंदी कानून को लागू होने के पांच साल बीत जाने के बाद भी सूबे में अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. रोजाना शराब की बड़ी-बड़ी खेप जब्त की जा रही है और बिहार सरकार की किरकिरी हो रही है. शुक्रवार को मद्यनिषेध विभाग की ओर से जारी किये गए आंकड़े के अनुसार साल 2016 में 1 लाख 65 हजार 35 लीटर देशी और विदेशी शराब जब्त की गई, साल 2017 में ये आंकड़ा बढ़कर 3 लाख 26 हजार 366 लीटर पहुंच गया. साल 2018 में 6 लाख 41 हजार 617 लीटर अवैध शराब की खेप बरामदगी हुई.
जारी आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि मद्यनिषेध विभाग द्वारा शराब तस्करों के खिलाफ जितनी बड़ी कारवाई की गई उतना ही बड़ा चेहरा अवैध शराब के कारोबार का सामने आता गया. जनवरी और फरवरी महीने में शराबबंदी कानून तोड़ने वाले कुल 1700 लोगों की गिरफ्तार हुई है., बिहटा में छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में जमीन के अंदर गाड़ कर रखी गयी देशी शराब बरामद की गई है.सहायक आयुक्त ने कहा कि मद्य निषेध विभाग एक नई एसओपी तैयार कर रही है. साथ ही इसके इंटेलिजेंस को और मजबूत करने के लिए काम किया जा रहा है.