सिटी पोस्ट लाइव : इस वक़्त जिले से एक बड़ी ख़बर सामने आ रही है, जहां उत्पाद विभाग को बड़ी सफलता हाथ लगी है. गुप्त सूचना के आधार पर हरनौत प्रखंड के गोकुलपुर ओपी अंतर्गत भथियार गांव में छापेमारी कर अफीम की खेती का खुलासा किया है. छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में तैयार पौधे को जब्त किया गया है. उत्पाद उपाधीक्षक विजय कुमार ने बताया कि यदि अफीम का एक हजार पौधा अगर तैयार होकर मार्केट में भेजा जाता तो इसकी कीमत लाखों रुपए होती है. उन्होंने यह भी बताया कि विभाग को भथियार गांव में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की सूचना मिली थी कि फसल तैयार है और काटने की तैयारी की जा रही है.
सूचना मिलते ही कार्रवाई करते हुए हरनौत बीडीओ को मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त कर उनके नेतृत्व में छापेमारी की गई. जिसमें 825 मीटर रकवे में अफीम की फसल उगाई गई थी. फिलहाल इसमें 2 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि अब तक नालंदा जिले में अफीम की खेती का पहला केस हैं जो सभी को आश्चर्यचकित कर दिया है. बताया जाता है कि अब तक अफीम की खेती गया और झारखंड इलाके के नक्सली क्षेत्रों में की जाती है इस अफीम की खेती के पैसे का ही नक्सली उपयोग करते हैं. फिलहाल नक्सली से कनेक्शन होने की तार जुड़ने की बात को उत्पाद विभाग में नकार दिया है.
नालंदा से महमूद आलम की रिपोर्ट