प्रशांत किशोर की रणनीति से क्यों है टीएमसी में खलबलाहट

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : पश्चिम बंगाल  विधानसभा चुनाव की रणनीति संभाल रहे प्रशांत किशोर की वजह से  तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में बगावत जारी है. सुवेंदु अधिकारी और  शीलभद्र दत्ता जैसे दो बड़े नेता प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) के बढ़ते हस्तक्षेप की वजह से टीएमसी से अलग हो चुके हैं. टीएमसी में टिकट बंटवारे को लेकर भी अपनाई गई रणनीति को लेकर हंगामा हो रहा है क्योंकि सोनाली गुहा जैसी ममता बनर्जी की बेहद करीबी रहीं नेता का टिकेट भी काटा जा रहा है. सोनाली गुहा चार बार से विधायक हैं. टीएमसी (Trinamool Congress) की स्ट्रैटिजी से नाराज सोनाली गुहा ने खुलकर बीजेपी को सपॉर्ट करने की बात कह दी है.

टीएमसी छोड़कर बीजेपी में जा चुके  शीलभद्र दत्ता बैरकपुर विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं.उनका आरोप है कि  ‘प्रशांत किशोर ने आते ही ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को कुर्सी पर स्थापित करने की कोशिशें शुरू कर दीं. टीएमसी में परिवारवाद शुरू हो गया है.उनका कहना है कि  प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल को भी दुसरे राज्यों जैसा मानकर बड़ी गलती कर रहे हैं.गौरतलब है कि कुछ ऐसी ही तस्वीर उत्तर प्रदेश चुनाव के वक्त भी देखने को मिली थी. प्रशांत किशोर की रणनीति के तहत मीडिया में बार-बार प्रियंका गांधी को यूपी चुनाव में कांग्रेस के चेहरे के तौर पर पेश किया जा रहा था.

ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पश्चिम बंगाल के बड़े नेता और सांसद दिनेश त्रिवेदी ने भी इशारों-इशारों में प्रशांत किशोर को लेकर नाराजगी जताई थी. एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में उन्होंने कहा था, ‘पार्टी हमारे ट्विटर अकाउंट की डिटेल्स ले लेती थी. मुझे नहीं पता मेरे अकाउंट का इस्तेमाल कौन करता था. मेरे ट्विटर अकाउंट से पीएम और गवर्नर को गाली दी गई. मैंने पूछा भी कि आपने ऐसा क्यों किया.’ उन्होंने कहा कि कई बार उन्हें अपने ट्वीट डिलीट भी करने पड़े.

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी पारा चरम पर है. रविवार को जहां एक तरफ, पीएम नरेंद्र मोदी ने कोलकाता में बड़ी रैली कर मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस वाम मोर्चा सरकार पर प्रहार किया. ममता बनर्जी ने महंगे होते जा रहे एलपीजी सिलेंडर के विरोध में सिलीगुड़ी में पदयात्रा निकाली. इस दौरान ममता ने पीएम मोदी के आरोपों पर जमकर पलटवार किया.अब देखना ये है कि पश्चिम बंगाल में कितनी मजबूती के साथ प्रशांत किशोर ममता बनर्जी का झंडा गाद पाते हैं.

Share This Article