चाईबासा में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस का अभियान तेज

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सिटी पोस्ट लाइव, रांची: पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस और सुरक्षाबलों ने अभियान तेज कर दिया है। बीते 04 मार्च को चाईबासा स्थित टोकलो के लांजी जंगल में नक्सलियों के डायरेक्शनल क्लेमोर बम से हमले में तीन जवान शहीद हो गए थे। हालांकि हमले के बाद सुरक्षाबलों की मूवमेंट बढ़ा दी गई है। सुरक्षाबलों के इस चौतरफा घेराबंदी के बावजूद नक्सली कोल्हान क्षेत्र के सरायकेला और चाईबासा के इलाका छोड़ने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि इस इलाके में पुलिस-नक्सली में हमेशा मुठभेड़ हो रही है। भाकपा माओवादी के एक करोड़ के इनामी सेंट्रल कमेटी के सदस्य पतिराम मांझी उर्फ अनल दा घटना का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। कोल्हान क्षेत्र में बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर पतिराम मांझी पुलिस को लगातार चुनौती दे रहा है। बताया जा रहा है कि कोल्हान के इलाका में नक्सलियों का असली रणनीतिकार पतिराम मांझी उर्फ अनल दा है। उसकी रणनीति पर ही माओवादी यहां अपना गढ़ बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।
पतिराम मांझी उर्फ अनल दा है एनआईए के रडार पर
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के रडार पर भी एक करोड़ का इनामी पतिराम मांझी उर्फ अनल दा है। एनआईए ने पतिराम मांझी को कांड संख्या आरसी 11/2017 औऱ 19/2018 में वांटेड घोषित कर रखा है। इसके अलावा एनआईए ने पतिराम मांझी पर पांच लाख का अलग से इनाम भी घोषित किया है।
कौन है पतिराम मांझी उर्फ अनल दा
सूत्रों के अनुसार पतिराम मांझी कि उम्र करीब 50 साल के आसपास होगी। वह मूल रूप से गिरीडीह जिले के पीरटांड थाना क्षेत्र के जरहा गांव का रहने वाला है। वह 1987 से 2000 तक वह पीरटांड़-टुंडी-तोपचांची इलाके में गोपाल दा के नाम से चर्चित था। इस दौरान इस इलाके में उसने अपना दबदबा कायम किया। यही वह दौर था, जब नक्सली यहां मजबूत हुए थे। बाद में उसे जमुई भेज दिया गया। जमुई में वह एक बार गिरफ्तार भी हुआ था। इसके बाद उसे 2000 में गिरिडीह जेल लाया गया। गिरिडीह जेल से जमानत पर निकलने के बाद उसने रांची, गुमला की कमान संभाल ली। इसके बाद पतिराम मांझी को गिरिडीह का कमान दिया गया था। गिरिडीह में पुलिस के बढ़ते दबिश से पतिराम गिरिडीह को छोड़कर कोल्हान इलाके को अपना ठिकाना बनाया है। और बड़ी घटना को अंजाम देकर पुलिस को लगातार चुनौती दे रहा है।
सरायकेला में नक्सली हमले में पांच पुलिसकर्मियों को मारने में थी इसकी भूमिका
सरायकेला में 14 जून 2019 को नक्सली हमला हुआ था। इसमें पांच पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। जिले के तिरुलडीह थाना क्षेत्र के कुकड़ू साप्ताहिक हाट में माओवादियों ने वारदात को अंजाम दिया था। पूरी घटना की साजिश सेंट्रल कमेटी के सदस्य पातिराम मांझी उर्फ अनल दा उर्फ रमेश ने अरहंजा जंगल में रची थी।
जवानों को विस्फोट से उड़ाने के मामले में 29 पर प्राथमिकी
पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोकलो थाना क्षेत्र के लांजी पहाड़ी पर गुरुवार को डायरेक्शनल बम विस्फोट मामले में 29 नामजद और 20 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें एक करोड़ की इनामी माओवादी अनल उर्फ पति राम मांझी एवं महाराजा प्रमाणिक का भी नाम शामिल है। मामले में पुलिस ने एक महिला और तीन पुरुष को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है नामजद में 67 महिलाएं भी शामिल हैं।
इंटेलिजेंस बेस अभियान चलाये एसपी: डीजीपी 
झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा ने चाईबासा नक्सली हमले के बाद जिलों के एसपी को निर्देश दिया है कि इंटेलिजेंस बेस अभियान चलाये। अभियान के दौरान जंगलों में जवान एहतियात बरतें। साथ ही खोजी कुत्ते भी साथ में लेकर चलें।
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