सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के सीतामढ़ी में शराब कारोबारियों के हाथों शहीद हुए दरोगा दिनेश राम हत्याकांड में सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस की भूमिका संदिग्ध बन गई है। दरअसल सीसीटीवी में साफ नजर आ रहा है कि शहीद दरोगा अकेल नही बल्कि उनके साथ मेजरगंज थानाध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारी और पुलिस फोर्स भी थी। वीडियो घटना के दिन सुबह 11:59 मिनट की है। जिसमें बाइक पर सवार होकर शहीद दरोगा दिनेश राम, जख्मी चौकीदार लालबाबू पासवान के साथ आगे जा रहे है, वही ठीक उनके पीछे दूसरे बाइक पर दरोगा रजा अहमद एक अन्य चौकीदार के साथ जा रहे हैं।
वही सीसीटीवी टाइमिंग के अनुसार मिनट अंदर ही बाइक से जाते दारोगा के पीछे पीछे मेजरगंज थाने की वाहन भी जाती दिखाई दे रही है। सीसीटीवी फुटेज आने के बाद से कई राज खुलने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही मेजरगंज थानेदार की भूमिका भी संदिग्ध दिख रही है। सीसीटीवी टाइमिंग को देखें तो शहीद दरोगा और थाने का पुलिस दल एक साथ छापेमारी के लिए निकला है, जो वीडियो सामने आया है उसके अनुसार दिन के सुबह 11:59:38 पर शहीद दरोगा दिनेश राम चौकीदार के साथ जाते दिख रहे हैं। वही ठीक उसके पीछे 12:00:09 मिनट के अंदर मेजरगंज थाने की गाड़ी भी उसी रास्ते से गुजरती हुई दिख रही है। जिससे साफ होता है कि शहीद दरोगा दिनेश राम के साथ मेजरगंज थानाध्यक्ष और पूरी पुलिस फोर्स थी।
अब आपको इस सीसीटीवी फुटेज के बारे में बतादे की सीसीटीवी वीडियो घटना स्थल से महज 1 किलोमीटर पीछे और थाने से आधा किलोमीटर की दूरी पर है। वही स्थानीय लोगो की माने तो थाना के वाहन में मेजरगंज थानाध्यक्ष रामदेव प्रसाद मौजूद थे। लेकिन जो बात सामने आई उसमें यह बताया गया कि दारोगा दिनेश राम और रजा अहमद बाइक से छापेमारी के लिए गए थे लेकिन सीसीटीवी में थाने का वाहन भी जाता दिख रहा है। जब कि पुलिस के बयान ऐसी किसी बात का जिक्र ही नही किया गया था। जिसके कारण थानाध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध दिख रही है। पुलिस का जो बयान बार-बार आ रहा है उससे यह स्पष्ट हो रहा है कि पुलिस की ओर से कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की गई।
इसका मतलब दारोगा दिनेश राम को जब गोली मारी गई तो वहां पर मौजूद किसी पुलिसकर्मी ने जवाबी कारवाई नहीं की, इस पूरे मामले को लेकर सब इंस्पेक्टर राजा अहमद से भी पूछताछ की जा रही है, जो शहीद दरोगा के पीछे दूसरे बाईक पर नज़र आ रहे है। सीसीटीवी के अनुसार मेजरगंज थाने की गाड़ी भी घटना स्थल की ओर कूच कर रही है तो अब सवाल यह खड़ा होता है कि क्या थाना अध्यक्ष रामदेव प्रसाद और अन्य पुलिसकर्मियों के समक्ष दरोगा दिनेश राम को अपराधियों ने भून दिया और मौजूद पुलिसकर्मी तमाशबीन बनकर सहित दरोगा दिनेश राम के मौत का तमाशा देखते रहे।
सीतामढ़ी से आदित्यानंद आर्य की रिपोर्ट