सिटी पोस्ट लाइव: पटना हाईकोर्ट के शताब्दी भवन का आज भारत के मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे ने फीता काटकर और शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने उच्च न्यायालय के नवनिर्मित शताब्दी भवन परिसर में वृक्षारोपण भी किया. इस दौरान मुख्यमंत्री समेत अन्य दिग्गज नेता भी मौजूद रहे. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि, 203.94 करोड़ रूपये की लागत से इस शताब्दी भवन का निर्माण कराया गया है जो हाई कोर्ट के पुराने भवन के बगल में बनाया गया है.
साथ ही इस नए भवन की जानकारी देते हुए कहा कि, विस्तारित भवन को पुराने भवन के अनुरुप ही बनाया गया है. शताब्दी भवन के दो खंड में 5 तल हैं. नये एवं पुराने भवन कनेक्टिंग ब्रिज से जुड़े हुए हैं. नए भवन का बुनियादी ढांचा बेहतर बनाया गया है. नए शताब्दी भवन की खासियत ये है कि इसमें 43 कोर्ट रूम, 57 चैम्बर्स, लाइब्रेरी के साथ-साथ अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित लॉन का निर्माण कराया गया है. इसके अलावा हाईकोर्ट में बैठकों के लिए 6 कमिटी रुम एवं 90 व्यक्तियों के बैठने के लिए कॉन्फ्रेंस रुम का निर्माण कराया गया है. यहां 129 गाड़ियों की पार्किंग की भी व्यवस्था की गई है.
साथ ही अधिवक्ताओं के बैठने के लिए 10.17 करोड़ रूपये की लागत से एडवोकेट्स एसोसिएशन भवन का भी निर्माण कराया गया है. कोरोना का दौर नहीं होता तो पिछले वर्ष ही शताब्दी भवन का उद्घाटन हो गया होता. उन्होंने कहा कि, कानून का राज कायम करना सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, इसमें न्यायपालिका की भी अहम भूमिका है. न्यायपालिका किसी भी सही आदमी के साथ अन्याय नहीं होने देती है. सभी के साथ न्याय करती है. गड़बड़ करने वाले बच नहीं पाते हैं. तेजी से स्पीडी ट्रायल चलता रहेगा तो राज्य में अपराध नियंत्रित रहेगा.