सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उराँव ने आज हजारीबाग में पार्टी पदाधिकारियों-कार्यकर्त्ताओं के साथ बैठक कर आगामी 20 फरवरी को आयोजित होने वाली किसान रैली की तैयारियों की समीक्षा की एवं मैराथन बैठक किया। इस मौके पर मुख्य रूप से किसान रैली के संयोजक सह कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, विधायक अम्बा प्रसाद, ममता देवी,उमाशंकर अकेला,बंधु तिर्की, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू ,वरीष्ठ कांग्रेस नेता जयशंकर पाठक के अलावा हजारीबाग और आसपास के जिलों के जिलाध्यक्ष,कार्यकारी अध्यक्ष, जोनल कोर्डिनेटर, मोर्चा,विभागों के पदाधिकारी, प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष भी उपस्थित थे।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नये कृषि कानून के खिलाफ पूरे राज्य में पार्टी की ओर से व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी सदैव किसानों के हित में आंदोलन चलाती रही है। आजादी के पहले चाहे वह चंपारण का आंदोलन हो या गुजरात में खेड़ा का किसान आंदोलन हो अथवा पटेल का आंदोलन हो, हर आंदोलन में कांग्रेस ने भाग लिया। आजादी के बाद किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किये, कांग्रेस शासनकाल में ही हरित क्रांति की शुरुआत हुई और यूपीए शासनकाल में सोनिया गांधी के मार्गनिर्देशन में किसानों का 72 हजार करोड़ रुपये का खर्च माफ किया गया।
लेकिन जैसे ही केंद्र में भाजपा की सरकार आयी, एक के बाद एक किसानों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है, पहले भूमि अधिग्रहण कानून के माध्यम से किसानों की जमीन छिनने की कोशिश की गयी, इसमें सफलता नहीं मिली, तो राज्य में सीएनटी-एसपीटी कानून में संशोधन का प्रयास किया गया और इसमें भी सफलता नहीं मिली गयी, जो गरीब किसानों की जमीन छिनने के लिए नया कृषि कानून लाया गया है, इससे जमाखोरी बढ़ेगी, मंडियां समाप्त हो जाएगी और किसान पूंजीपतियों के सामने घुटना टेकने के लिए मजबूर हो जाएंगे।