छात्रों के हंगामे के बाद बिहार बोर्ड ने दिया रिजल्ट की त्रुटी में सुधार का आश्वासन, गौरतलब है कि इंटर के रिजल्ट में गड़बड़ियों को लेकर राजधानी पटना सहित राज्य के कई जिलों में छात्रों ने सुबह से हंगामा प्रदर्शन किया. पटना में इंटर काउंसिल के पास एआइएसएफ और जन अधिकार पार्टी के समर्थकों ने हंगामा किया. छात्रों ने शिक्षा मंत्री और बोर्ड अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की और शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका .
सिटी पोस्ट लाईव :रिजल्ट में धांधली के खिलाफ सड़क पर छात्रों के उतर जाने के उतर जाने से बिहार बोर्ड के होश ठिकाने आ गए हैं.बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने हंगामा-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से शांत रहने की अपील करते हुए कहा कि कि आइआइटी-जेईई परीक्षा में पास छात्रों के रिजल्ट में त्रुटि सुधार की जाएगी.बीएसईबी के अध्यक्ष द्वारा छात्र संघ के डेलीगेट को ये आश्वासन दिए जाने के बाद खराब रिजल्ट को लेकर छात्र संघ का आंदोलन थम गया है.
गौरतलब है कि इंटर के रिजल्ट में गड़बड़ियों को लेकर राजधानी पटना सहित राज्य के कई जिलों में छात्रों ने सुबह से हंगामा प्रदर्शन किया. पटना में इंटर काउंसिल के पास एआइएसएफ और जन अधिकार पार्टी के समर्थकों ने हंगामा किया. छात्रों ने शिक्षा मंत्री और बोर्ड अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की और शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका .
नालंदा के हरनौत के चंडी मोड़ और देवी सराय चौक पर भी हजारों छात्र सड़क पर उतर गए . इंटर के खराब रिजल्ट को लेकर सड़क जाम कर दिया और बस पर पथराव भी किया. इसके साथ ही आगजनी कर सीएम का पुतला फूंका.सहरसा में भी इंटर के खराब रिजल्ट के विरोध में आक्रोशित छात्रों ने सदर थाना क्षेत्र के रिफ्यूजी चौक पर सड़क जाम कर जमकर हंगामा मचाया और घंटों सड़क को जाम किये रखा.
बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने आनन फानन में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया और कहा कि इंटर परीक्षा के रिजल्ट में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है, लोग अफवाह फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि न तो किसी को ज्यादा नंबर दिया गया और ना ही कम. अगर कोई गड़बड़ी हुई है तो फॉर्म भरने में हुई है और इसका जिम्मेवार बोर्ड नहीं है.गौरतलब है कि शुक्रवार को भी काउंसिल और बोर्ड कार्यालय पुलिस छावनी में तब्दील रहा. कम अंक मिलने से आक्रोशित परीक्षार्थी, कर्मी और पुलिस बल से पूरे दिन नोकझोंक करते रहे. सबसे ज्यादा गड़बड़ी साइंस संकाय के परीक्षार्थियों में देखने को मिल रही है.
हाजीपुर के राजदेव प्रसाद के पुत्र संदीप राज ने अपना अंक पत्र दिखाते हुए कहा कि भौतिकी एवं रसायन विषय की थ्योरी 35 मार्क्स की है, उसे 38 मार्क्सं दिए गए हैं. कौशल किशोर सिंह की पुत्री चंचल कुमारी ने अंक पत्र दिखाते हुए कहा कि अल्टरनेटिव इंगलिश की परीक्षा में मार्क्स 50 है लेकिन उसे इस विषय के थ्योरी में अंक तथा आब्जेक्टिव में 9 मार्क्स मिलाकर कुल 25 मार्क्स मिले हैं, लेकिन अंकपत्र में उसे 63 मार्क्स दिए गए हैं.रिंकू कुमारी ने अपना अंकपत्र दिखाते हुए कहा कि उसे अंग्रेजी में डिस्टिंक्शन मार्क्स मिले हैं, लेकिन रसायन विषय की थ्योरी में महज 4 अंक मिले हैं. क्या ऐसा संभव है ?
सभी छात्रों ने फिर से कॉपी जांच कराने की मांग की है. कई छात्र ऐसे भी हैं, जिन्हें जीरो अंक दिए गए हैं. रिजल्ट में सुधार के लिए परीक्षार्थी बोर्ड अधिकारियों से मिलना चाहते थे, लेकिन छात्रों को अंदर नहीं जाने दिया गया. इसीलिए छात्रों ने बोर्ड और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की.
वैशाली की जाह्न्वी सिंह ने वैकल्पिक विषय के तौर पर फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथेमैटिक्स लिया था. लेकिन, रिजल्ट में फिजिक्स, केमिस्ट्री के साथ बायोलॉजी को जोड़ दिया गया है. बायोलॉजी में अबसेंट लिखकर फेल कर दिया गया है। मैथ्स को अतिरिक्त विषय दिखाते हुए अंक दिए गए हैं. चंदन का रौल नंबर 18010591 और रौल कोड 33006 है. उन्हें दो दिन में बोर्ड की वेबसाइट पर दो रिजल्ट मिला है.
बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इंप्रूवमेंट के लिए विद्यार्थी एक विषय या सभी विषयों की परीक्षा में शामिल होते हैं, जिस वर्ष संबंधित विषय में अंक अधिक प्राप्त होते हैं उसे ही अंक पत्र में शामिल किया जाता है. थ्योरी में निर्धारित से अधिक अंक वाले मामले इंप्रूवमेंट वाले परीक्षार्थियों के हैं. बावजूद इसके इस साल के किसी परीक्षार्थी के अंक पत्र में त्रुटि रहती है तो बोर्ड प्राथमिकता के साथ उसे दूर करेगा.
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