सिटी पोस्ट लाइव : देश के जाने-माने अर्थशास्त्री, आद्री (एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट) के संस्थापक सदस्य शैबाल गुप्ता का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को निधन हो गया. गुरुवार को पटना में उन्होंने शाम 7 बजकर 7 मिनट पर पारस अस्पताल में अंतिम सांस ली. 67 वर्ष के शैबाल गुप्ता पिछले कुछ दिनों से बीमार थे.
डॉक्टर गुप्ता अपने पीछे पत्नी, बेटी, दामाद और नतिनी को छोड़ गए हैं. वे सभी लोग उनके अंतिम समय में उनके साथ ही थे.आज गुलबी घाट पर 2.30 बजे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा. डॉ गुप्ता 25 दिसंबर से पारस हॉस्पिटल में भर्ती थे.आज सुबह इनके पार्थिव शरीर को आद्री ऑफिस में रखा गया है. डॉ गुप्ता के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा शोक जताया है. डॉ गुप्ता के निधन को बड़ी क्षति बताया है.
डॉ गुप्ता बेगूसराय के रहने वाले थे, लेकिन तकरीबन 20 साल पहले उनका परिवार बेगूसराय छोड़ पटना में बस गया था.उनका जहां घर है, उस सड़क का नाम डॉ पी गुप्ता रोड है, जिसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने किया था.डॉ गुप्ता बिहार सरकार के सलाहकार रहे हैं. बिहार की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट, नीति आयोग और वित्त आयोग के लिए बिहार सरकार की ओर से रिपोर्ट बनाने में आद्री की प्रमुख भूमिका रही है. आर्थिक नीति और सार्वजनिक वित्त केंद्र (CEPPF) के निदेशक भी थे, जिसे बिहार सरकार द्वारा सार्वजनिक वित्त पर अनुसंधान के लिए समर्पित केंद्र के रूप में ADRI में स्थापित किया गया. डॉ. गुप्ता पिछले दो दशकों से अर्थशास्त्र और औद्योगिक अर्थशास्त्र के क्षेत्र में अनुसंधान कर रहे थे. यह रिसर्च भारत में पूंजीवादी परिवर्तन के क्षेत्रीय आयामों और विकास के संबंधित प्रश्नों की राजनीतिक अर्थव्यवस्था में विशेषज्ञता रखता है. उनका अधिकांश काम भारत के सबसे अविकसित क्षेत्र बिहार में औद्योगिक क्षेत्र के विशेष संदर्भ में रहा है.