सिटी पोस्ट लाइव : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पटना पुलिस की लाठी का शिकार हुए शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच पहुंचे और उनकी समस्यायों को तफ्शील से सुना । तेजस्वी यादव काफी देर तक शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच रहे । इस दौरान शिक्षक अभ्यर्थियों की शिकायत पर तेजस्वी यादव ने शिक्षक अभ्यर्थियों के सामने ही पहले सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार और फिर पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह से बात की दोनों अधिकारियों से उनकी बात हो गयी लेकिन डीजीपी साहब को जब उन्होंने फोन लगाया तो बात नहीं हो सकी। पिछले दिनों फोन नहीं उठाने की शिकाय़त किए जाने के बाद अपना फोन नंबर जारी करने वाले डीजीपी साहब ने आज नेता प्रतिपक्ष का फोन भी नहीं उठाया
तेजस्वी यादव ने शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार और फिर पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने दोनों अधिकारियों से शिक्षक अभ्यर्थियों को प्रदर्शन के लिए स्थान उपलब्ध कराने की मांग की। गर्दनीबाग में दो दिनों से धरना दे रहे इन शिक्षक अभ्यर्थियों पर मंगलवार को ही पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। प्रशासन का कहना था कि इन्हें 21 जनवरी तक धरना देने की इजाजत थी लेकिन 19 तारीख को लाठीचार्ज के बाद आगे का परमिशन रद्द कर दिया गया।
ईको पार्क में शिक्षक अभ्यर्थियों के सामने तेजस्वी यादव ने पहले मुख्य सचिव दीपक कुमार को फोन लगाया। तेजस्वी ने कहा कि धरना देना इनका लोकतांत्रिक अधिकार है। इन्हें गर्दनीबाग से क्यों हटाया गया? पटना DM से बात कर इनके लिए जल्द से जल्द बैठने की व्यवस्था कराई जाए। ऐसा नहीं हुआ तो मजबूरन मुझे भी इनके साथ यहीं धरना पर बैठना पड़ेगा। इसके बाद तेजस्वी ने पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह को भी कॉल कर अभ्यर्थियों के लिए जगह देने की मांग की।
इस दौरान तेजस्वी ने शिक्षक अभ्यर्थियों से बात की और उनकी समस्याओं को समझा। फिर कहा कि अगर हमारी सरकार बन गई होती तो अभी तक 10 लाख युवाओं को रोजगार मिल गया होता। बिहार सरकार यहां के युवाओं को परेशान कर रही है। वहीं डीजीपी एसके सिंघल पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कई बार वे ऐसा कर चुके हैं। ये नयी बात नहीं है।