सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड से बाहर जाने वाले 9 क्षेत्रीय भाषा और जनजातीय भाषा के विद्यार्थियों को लौट कर वापस आना पड़ता था, लेकिन अब उनकी परेशानी दूर हो गयी है, उनके लिए रांची विश्वविद्यालय में 0 क्षेत्रीय और जनजातीय भाषाओं की अलग-अलग पढ़ाई की व्यवस्था होगी। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को रांची यूनिवर्सिटी के क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषा विभाग (टीआरएल) भवन का उद्घाटन किया। नए भवन के उद्घाटन होने से अब विभाग के सभी 9 भाषाओं के विद्यार्थियों को अलग-अलग क्लास करने का मौका एक मिलेगा। इसके साथ ही सेमिनार के लिए ऑडिटोरियम के साथ कई सुविधाएं भी मिलेंगी। इस मौके पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर स्थित बास्केटबॉल कोर्ट का भी उद्घाटन किया।
राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू ने इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषा विभाग के नए भवन में विद्यार्थियों को हर तरह की सुविधाएं मिलेंगी जिसका लाभ उठाकर वे तरक्की कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व में इन क्षेत्रीय और जनजातीय भाषा के विभाग के विद्यार्थी जब रोजगार की तलाश में बाहर जाते थे, तो टीआरएल विभाग की डिग्री को यह कह यहां के विद्यार्थियों को वापस कर दिया जाता था कि यह टीआरएल क्या होता है, परंतु अभी सभी क्षेत्रीय भाषा के विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग पढ़ाई की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में तकनीक का दौर है, क्षेत्रीय व जनजातीय भाषा की पढ़ाई में भी तकनीक को ध्यान में रखने की जरुरत है, नए भवन में इसका पूरा ख्याल रखा गया है। आधुनिक सुविधाओं से लैस टीआरएल के नए भवन और बास्केटबॉल कोर्ट के उद्घाटन होने से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में खुशी देखी जा रही है। छात्र-छात्राओं का कहना है कि उनके लिए अब अवसर के नए द्वार खुल गए हैं।
गौरतलब है कि टी आर एल के नए भवन में सभी 9 भाषाओं के विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग क्लासरूम बनाए गए हैं। इनके साथ ही सेमिनार के लिए ऑडिटोरियम की भी व्यवस्था की गई है। विद्यार्थियों के बहुप्रतीक्षित मांग को देखते हुए बास्केटबॉल कोर्ट को भी बनाया गया है। ज्ञातव्य हो कि इस भवन का शिलान्यास वर्ष 2017 में किया गया था। नए भवन में विद्यार्थियों की बेहतर सुविधा के लिए 9 भाषाओं के लिए 9 क्लास रूम तैयार किए गए हैं जहां एक साथ डेढ़ सौ से 200 विद्यार्थी क्लास कर सकते हैं वह दूसरे फ्लोर पर दो हॉल बनाए गए हैं, जबकि तीसरे फ्लोर पर एक बड़ा ऑडिटोरियम का निर्माण किया गया है।