सिटी पोस्ट लाइव : बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति तथा यूनिसेफ, बिहार के संयुक्त तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस 2020 के अवसर पर एक सेमिनार-सह-फोटो प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 1 दिसंबर 2020 को होटल लेमन ट्री गांधी मैदान, पटना में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय स्वास्थ्य मंत्री, बिहार सरकार, मंगल पाण्डेय द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग, प्रत्यय अमृत, मनोज कुमार, विशेष सचिव – सह – परियोजना निदेशक, बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति, शिवेंद्र पांडे, कार्यपालक प्रबंधक, यूनिसेफ, डॉ सैयद हुबे अली स्वास्थ्य विशेषज्ञ, यूनिसेफ बिहार एवं डॉ अभय प्रसाद, अपर परियोजना निदेशक, मनोज कुमार सिन्हा, संयुक्त निदेशक, बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.
इस अवसर पर समिति के द्वारा संचालित युवा संचार 2020 राज्य स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। फैक्ट शीट 2020 का विमोचन, बिहार शताब्दी एड्स पीड़ित कल्याण योजना अंतर्गत लाभुकों को राशि हस्तांतरित, सात नये ए. आर. टी. केन्द्रों का उद्घाटन माननीय स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा किया गया । इससे संबंधित उपलब्धियों पर एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई।
स्वास्थ्य मंत्री, मंगल पांडे ने एड्स के रोकथाम के लिए प्रचार-प्रसार करने पर अधिक बल दिया जिससे कि भावी संक्रमण से बचे। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में नए ए.आर.वी. दवाओं की खोज हुई है तथा इनका उत्पादन भी बढ़ा है। 2017 में भारत सरकार द्वारा टेस्ट एंड ट्रीट संबंधी निर्णय लिए गये जिसके फलस्वरूप जैसे ही व्यक्ति का आई.सी.टी.सी. में जांच एच.आई.वी. संपुष्ट होती है, तभी से उसे नये ए.आर.टी. केंद्रों में भारत सरकार द्वारा सभी दवाएं मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती है।
प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार ने कहा कि राज्य में एच.आई.वी. की जांच सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में निशुल्क उपलब्ध है एवं इसके लिए जांच केंद्र की संख्या में वृद्धि की जा रही है। मनोज कुमार, कार्यालय निदेशक -सह- परियोजना निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार, पटना ने बताया कि राज्य में वर्तमान में कुल 20 ए. आर. टी. केंद्र कार्यरत है जबकि आज से सात केंद्रों यथा मुंगेर, जमुई, पूर्णिया, सुपौल, नालंदा, कैमूर एवं सिवान जिले में शुरू की जा रही है।
शिवेंद्र पांडे, कार्यक्रम प्रबंधक, यूनिसेफ, बिहार ने बताया कि राज्य के विभिन्न कॉलेजों / विश्वविद्यालयों में 391 रेड रिबन क्लब है। इन क्लबों के माध्यम से हम कालेजों में अध्ययनरत विद्यार्थियों में एच.आई.वी. एवं अन्य सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों से जोड़ते हैं जिससे कि युवाओं में तेजी से फैल रहे एच.आई.वी. संक्रमण को रोक सकें।
डॉ सैयद हुबे अली, स्वास्थ्य विशेषज्ञ, यूनिसेफ, बिहार ने बताया कि वर्तमान कोविड काल में हमें और जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि भारत के प्रति 10,000 व्यक्तियों में 22 व्यक्ति एच.आई.वी. से संक्रमित हैं जबकि बिहार राज्य में इस का दर 18 है। अभी बिहार के 20 ए.आर.टी. केंद्रों पर लगभग 61000 व्यक्तियों को मुफ्त दवा एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं की सुविधा दी जा रही है।