सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में नयी सरकार बनते ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच ठन गयी है। भ्रष्टाचार के आरोप के बीच शिक्षा मंत्री बने मेवालाल को चंद घंटों में इस्तीफा देना पड़ा। इस्तीफे के बाद जेडीयू ने तेजस्वी यादव के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। जेडीयू ने कहा कि खुद भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे तेजस्वी यादव को नैतिकता की बात करने का हक नहीं है हिम्मत है तो वे नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ कर दिखाएं।
वहीं अब तेजस्वी यादव ने जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी पर भ्रष्टाचार के मामले में पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष और मंत्री अशोक चौधरी की पत्नी पर बैंक से करोड़ों की धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप है। वीडियो में बताया गया है कि उनकी पत्नी को सीबीआइ ने घोटाले के मामले में चार्जसीटेड किया था। अभी भी केस सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है।
तेजस्वी यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर करते हुए तंज किया है कि पत्नी द्वारा भ्रष्टाचार का मामला मंत्री के लिए ‘ नॉट अ बिग डील’ । साहित्यिक चोरी के दोषी मुख्यमंत्री माननीय नीतीश जी के मुकुट मणि,JDU के कार्यकारी अध्यक्ष और मंत्री श्री अशोक चौधरी की पत्नी पर बैंक से करोड़ों की धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप है,CBI जांच कर रही है, कोर्ट में केस है।इनकी निष्कपटता देखिए। कहते है बीवी का भ्रष्टाचार Not a big deal
बता दें कि शिक्षा मंत्री के इस्तीफा को विपक्ष ने अपनी बड़ी जीत बताई थी। इसके बाद एनडीए लगातार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के लगे आरोपों और दर्ज केस को लेकर हमलावर हो गया । शनिवार को जदयू के पांच नेताओं ने तेजस्वी यादव से सवाल किया कि भ्रष्टाचार के मामलों में आइपीसी की जिन धाराओं के तहत मेवालाल पर केस दर्ज है उन्हीं धाराओं में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर भी केस दर्ज हैं। इसके बाद भी क्या तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष का पद लेंगे।