सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा चुनाव संपन्न हो गये हैं। बिहार में नयी सरकार बन गयी है। एक बाऱ फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बन गयी है। 14 मंत्रियों के साथ नीतीश कुमार ने शपथ ली है। मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो गया है। अब 23 नवंबर को नये विधानसभा का पहला सत्र बुलाया गया है जहां विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। पूर्व सीएम जीतन राम मांझी प्रोटेम स्पीकर के तौर पर नये सदस्यों को शपथ दिलवाएंगे फिर अध्यक्ष का चुनाव होगा इन तमाम गतिविधियों के बीच एक और चुनाव की तैयारी की सुगबुगाहट शुरू हो गयी है।
बिहार में वैश्विक महामारी कोरोना के बीच पंचायत चुनाव का महासंग्राम होगा। विधानसभा चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद अब पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू होगी। बिहार में 2016 में पंचायत चुनाव कराये गये थे। अगला पंचायत चुनाव 2021 में होना है। राज्य में लागू त्रिस्तरीय पंचायतराज व्यवस्था के तहत 2.50 लाख पदों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। लोकतंत्र की सबसे निचली इकाई में होने वाले इस चुनाव को लेकर छह माह पहले से ही तैयारी शुरू की जाती है।
राज्य निर्वाचन आयोग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पंचायत चुनाव-2021 मई व जून के बीच कराया जा सकता है। इसके लिए छठ के बाद तैयारी शुरू हो जाएगी। पहले मतदाता सूची को अपडेट करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद नये मतदाताओं के नाम शामिल करने व मृतक मतदाताओं के नाम हटाने की प्रक्रिया शुरू होगी। चुनाव में होने वाले खर्च को लेकर पंचायतीराज विभाग के माध्यम से राशि की प्राप्ति और चुनाव की स्वीकृति प्राप्त की जाएगी।
राज्य में नवगठित सरकार के समक्ष कोरोना काल में पंचायत चुनाव कराना बड़ी चुनौती होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने, चुनाव को लेकर बड़ी संख्या में कर्मियों के प्रशिक्षण, चुनाव के दौरान कोरोना से बचाव को लेकर मॉस्क, सेनेटाइजर, थर्मल स्कैनर इत्यादि के इंतजाम करने होंगे।
आपको बता दें कि ग्राम पंचायत मुखिया के 8392 पदों, पंचायत सदस्य के 1,14,733 पदों, कचहरी सरपंच के 8392 पदों, कचहरी पंच के 1,14,733 पदों, पंचायत समिति सदस्य के 11,497 पदों, जिला परिषद सदस्य के 1161 पदों, प्रमुख के 534 और जिला परिषद अध्यक्ष के 38 पदों के लिए चुनाव होंगे।
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