योगी सरकार का आंगनबाड़ी लाभार्थियों को दिवाली का तोहफा, मिलेगा दूध, दही व घी

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सिटी पोस्ट लाइव, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार दिवाली पर प्रदेश के आंगनबाड़ी केन्द्रों से जुड़े लाभार्थियों को बड़ा तोहफा देने जा रही है। सरकार की ओर से लाभार्थियों को उच्च गुणवत्ता का पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जाएगा। अभी तक आंगनबाड़ी केन्द्रों से जुड़ी लाभार्थियों को कोटेदार के माध्यम से पुष्टाहार उपलब्ध कराया जाता था। अब सरकार की ओर से आंगनबाड़ी से जुड़ी गर्भवती महिलाओं, शिशुओं व बालिकाओं को दूध पाउडर, दही व घी भी दिया जाएगा। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े स्वयं सेवी संस्थाओं की महिलाएं पुष्टाहार के ये पैकेट पैक करके आंगनबाड़ी केन्द्रों तक पहुंचाने का काम करेंगी। इससे स्वयं सेवी संस्थाओं से जुड़ी महिलाएं भी रोजगार मिलने से आत्मनिर्भर बनेंगी। यही नहीं, स्वयं सेवी समूह की महिलाएं पुष्टाहार की गुणवत्ता भी जांचेंगी।
उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में 1.89 लाख आंगनबाड़ी केन्द्र हैं। जहां पर छह वर्ष तक की आयु के बच्चों को शिक्षा देने के साथ, किशोर युवतियों, गर्भवती महिलाओं तथा शिशुओं की देखरेख करने वाली माताओं की आवश्यकताओं की पूर्ति कार्यकर्ता व सहायिकाओं के माध्यम से की जाती है। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर लाभार्थियों को अब चावल, दाल व गेहूं के साथ दूध पाउडर, दही, घी भी उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से दिया जाएगा। इससे प्रदेश भर के आंगनबाड़ी केन्द्रों से जुड़ी 1.64 करोड़ लाभार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। लखनऊ में 2015 आंगनबाड़ी केन्द्र हैं। जहां पर 1.60 लाभार्थियों को  कोटेदारों के माध्यम से राशन उपलब्ध कराया जाता था।
सोमवार से राष्ट्रीय आजिविका मिशन से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कोटेदार के यहां से राशन लेकर उसको पैक करेंगी। इसके अलावा वह दूध पाउडर, दही व घी के अलग पैकेट बनाएंगी। इन पैकेटों को वह आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को लेकर जाकर सौपेंगी। जहां से कार्यकत्रियां उन पैकेटों को लाभार्थियों तक पहुंचाएंगी। इसमें राष्ट्रीय ग्रामीण अजिविका  मिशन व बाल विकास पुष्टाहार विभाग व खाद्य एवं रसद आपूर्ति विभाग बराबर की जिम्मेदारी निभाएंगे। लखनऊ में  सोमवार से इस योजना की शुरुआत की जाएगी। दिवाली तक पुष्टाहार के पैकेट सभी लाभार्थियों तक पहुंचा दिए जाएंगे। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के उपायुक्त स्वतः रोजगार सुखराज बंधु बताते हैं कि कंपनियों से जो पुष्टाहार मिलता था वह पहले कोटेदारों के जरिए आंगनबाड़ी केन्द्रों पर जाता था। अब स्वयं सहायता समूह की महिलाएं पुष्टाहार का पैक करके आंगनबाड़ी केन्द्रों तक पहुंचाएंगी।
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