सिटी पोस्ट लाइव, दुमका: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि प्रशासनिक दृष्टिकोण से राजधानी के बाद सबसे महत्वपूर्ण स्थान उपराजधानी का होता है, लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री बनने के बाद उपराजधानी दुमका की अनदेखी की। उन्होंने कहा कि जेएमएम ने उपराजधानी का अपने फायदे के लिए राजनीतिक इस्तेमाल किया, परंतु इस क्षेत्र की उपेक्षा की। अर्जुन मुंडा गुरुवार को दुमका में बीजेपी द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
अर्जुन मुंडा ने कहा कि प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण दुमका समेत पूरे संतालपरगना इलाके की घोर उपेक्षापूर्ण व्यवहार से ही राळज्य में विधि व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है, आपराधिक घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। संताल परगना में सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की कुछ घटनाओं से लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा हुई है। हेमंत सरकार के निराशजनक प्रदर्शन से आम आदमी आहत है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार आम आदमी के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उनका मंत्रालय भी आम लोगों को विशेषकर जनजातीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने और आय संर्वर्द्धन के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बेहतर और प्रभावी तरीके से विभिन्न मंत्रालयों के साथ सामंजस्य स्थापित कर लोगों की मुश्किलों को कम करने की कोशिश की जा रही है।
अर्जुन मुंडा ने कहा कि अभी उपचुनाव का वक्त है, इसलिए वे कुछ ज्यादा नहीं कहना चाहते हैं, लेकिन आगामी दिनों में मंत्रालय आम आदमी को जोड़ संताल परगना के लोगों के विकास लिए कार्ययोजना तैयार कर चुका है। डीवीसी का बकाया 1417 करोड़ रुपये काट लिये जाने के संबंध में पूछे जाने गये एक प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार पर अनर्गल आरोप लगाने के पहले राज्य सरकार को यह देखना चाहिए कि उनकी ओर से त्रिपक्षीय समझौते में किस तरह की सहमति जतायी गयी थी।