शाहनवाज और रूड़ी का BJP के स्टार प्रचारकों की दूसरी लिस्ट में आया नाम, जानें INSIDE स्टोरी

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा चुनाव के मैदान में बीजेपी के स्टार प्रचारकों की सूची में नाम नहीं होने पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वर्तमान में सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी खासे नाराज दिखे थे। उऩ्होनें इस पर काफी तल्ख टिप्पणी भी की थी। वहीं शाहनवाज हुसैन का नाम नहीं होने पर कई सवाल खड़े हुए थे। अब दूसरी सूची में बीजेपी ने इन गलतियों को दूर तो जरूर कर लिया है और सफाई भी दे दी है कि जरूरत के मुताबिक स्टार प्रचारकों की सूची अपडेट की जाती है लेकिन कई सवाल जरूर खड़े हो रहे हैं।

बीजेपी ने पिछली बार जब अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी तो उसमें सांसद राजीव प्रताप रूडी और बीजेपी के राष्ट्रीय़ प्रवक्ता सैय्यद शाहवनाज हुसैन का नाम शामिल नहीं किया गया था। राजीव प्रताप रूडी, जो पहली बार 1996 में बीजेपी के टिकट पर लोक सभा के लिए चुने गये उनकी तुलना में 2014 में BJP में शामिल होने वाले औरंगाबाद के सांसद सुशील सिंह या केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह का स्टार प्रचारकों की सूची में होना सबके लिए हैरानी का विषय बन गया था।उस वक्त राजीव प्रताप रूड़ी के बारे में ये कहा गया कि राजपूत बहुल इलाक़े से योगी आदित्यनाथ या केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मांग अधिक थी।

राजीव प्रताप रूडी ने इसके बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि पार्टी ने मुझे विधायक के स्तर का भी नहीं समझा। सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी जब राजनीति में आए थे तो सबसे तेजतर्रार और युवा चेहरों में शुमार थे। 25 साल की उम्र में विधायक बनने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। सारण में लालू यादव के खिलाफ लगातार चुनाव लड़ते रहे और हराया भी। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री भी रहे। लेकिन, इन दिनों पूरी तरह से साइडलाइन हो चुके हैं।

वहीं दूसरे शख्स शाहनवाज हुसैन जो बीजेपी के मुखर प्रवक्ताओं में गिने जाते हैं और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रह चुके हैं। वे अटल बिहारी वाजपेयी के ‘नवरत्नों’ में भी शुमार रहे हैं।शाहनवाज़ हुसैन का नाम पहली बार बीजेपी के स्टार प्रचारकों में शामिल नहीं होने पर कहा गया कि एक तरह से उन्हें संकेत है कि बिहार में जब तक नीतीश कुमार का साथ है तब तक मुस्लिम मतदाताओं के लिए वे ही काफ़ी हैं।सैयद शाहनवाज हुसैन बीजेपी में सबसे बड़े मुस्लिम चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं। ‘मैं तो अटल बिहारी वाजपेयी के नवरत्नों में से एक हूं…’ शाहनवाज हुसैन अक्सर यह बात कहते हैं। लेकिन, इस नवरत्न का उपयोग बीजेपी नहीं करना चाहती है।

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