सिटी पोस्ट लाइव : पटना जिले के दानापुर विधानसभा सीट पर एक बार फिर में जहां जलजमाव, टूटे फूटे सड़क, गन्दगी एक मुद्दा होगा वही दियारा की समस्या भी उम्मीदवारों के लिए एक ज्वलंत मुद्दा होगा। दियारा के विकास को लेकर विधानसभा चुनाव लड़ने का मन बनाये एमएलसी रीतलाल यादव और पिछले 15 सालों से दानापुर के विधायक रही आशा सिन्हा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो चुका है।
चुनाव आते ही दानापुर विधानसभा सीट पर एक बाऱ फिर दियारा पर राजनीति शुरू हो चुकी है। नेताओ का एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। ऐसे में दानापुर में पिछले 15 सालों से बनी विधायक आशा सिन्हा दियारा में विकास करने का दावा कर रही है तो वही दानापुर विधानसभा का चुनाव लड़ने का मन बनाये और लगातार जनता के बीच जनसंपर्क कर रहे एमएलसी रीतलाल यादव ने वर्त्तमान विधायक पर दियारा का विकास नही करने का आरोप लगाया है।
रीतलाल यादव ने कहा कि मौजूदा विधायक पिछले 15 सालों में दानापुर को बर्बाद कर दिया। दानापुर में चारों तरफ गन्दगी फैली है। इनकी फैलाए गए गन्दगी से गंगा मइया भी 3 किलोमीटर पीछे चली गई है। अगर जनता ने मुझे आशिर्वाद दिया तो हम सबसे पहले दियारा का विकास करेंगे। साथ ही दियारा के लोगो के लिए पक्का पुल बनवाना मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी।
वहीं इस आरोपों पर विधायक आशा सिन्हा ने पलटवार किया है।उन्होनें कहा कि पहले दियारा में कुछ भी नहीं था लेकिन आज रोड, नल-जल और बिजली दियारावासियों को हमने पहुंचाया। बस एक पक्का पुल की उनकी मांग है। उनकी मांगो को हमने विधानसभा तक उठाया है वो जल्द ही इनके मांगों को पूरा कराने का भी काम करेंगे।
उन्होनें कहा कि पिछले 15 सालों में मैनें इलाके के विकास के लिए तमाम काम किए हैं। चुनावी बयार में नेताओ के द्वारा किये गए वादे तो आम बात है। जनता को तो बस काम होने से मतलब है। अब देखना होगा कि नेताओ के द्वारा चुनाव में किये गए वादे पूरा होंगे या फिर वादा पर ही संतोष करना पड़ेगा।बता दें कि दानापुर से तमाम विरोधों के बीच बीजेपी एक बाऱ फिर से आशा सिन्हा को उतार सकती है वहीं आरजेडी से टिकट मिलने की आस लगाए रीतलाल यादव ने एलान कर दिया है कि उन्हें टिकट नहीं मिला तो वे निर्दलीय ही ताल ठोकेंगे।