सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडेय की लोकप्रियता कितनी अधिक है इस बात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं. कि उनके चाहने वाले लगातार मांग कर रहे हैं कि वो उनके विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ें. ऐसा ही नजारा आज भोजपुर के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिला जहां सैंकड़ो लोग हाथों में गुप्तेश्वर पांडेय की तस्वीर के साथ उन्हें अपने क्षेत्र से चुनाव लड़ने का आग्रह कर रहे थे. इस दौरान मुखिया, सरपंच एवं बीडीसी मौजूद रहे. बता दें बिहार के डी़जीपी पद से इस्तीफा देने के बाद गुप्तेश्वर पांडेय के चुनाव लड़ने की खबरें बिहार की सियासी फिजां में तैर रही है.
कयास लगाए जा रहे कि वे किसी बड़ी पार्टी का दामन थाम चुनाव मैदान में उतर सकते हैं लेकिन इन तमाम कयासों के बीच गुप्तेश्वर पांडेय ने अभी तक तो न किसी राजनीतिक पार्टी को ज्वाइन किया है और न ही चुनाव लड़ने का कोई एलान किया है । लेकिन उन्हें चुनाव लड़ने का न्योता मिलने लगा है। एक दो नहीं बल्कि आधा दर्जन से ज्यादा जिलों से उन्हें अपने-अपने क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव लड़ने का निमंत्रण मिल रहा है।
इससे पहले गुप्तेश्वर पांडेय को चुनाव लड़ने का न्योता, बेगूसराय-बक्सर-शिवहर-सीतामढ़ी समेत कई जिलों से मिल चुका है लेकिन उन्होंने अभीतक चुनाव लड़ने को लेकर कुछ भी नहीं कहा है. आज जब उन्हें सीएम नीतीश कुमार ने मिलने बुलाया था तो कयास लगाए जाने लगे थे कि वे आज ही जदयू पार्टी की सदस्यता ले लेंगे. और कोई बड़ा ऐलान सुनने को मिलेगा. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. जब वे जदयू पार्टी दफ्तर से बाहर आये तो उन्होंने पूरे जोश में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वे बस सीएम के न्लोयोते पर उनसे मिलने आये थे. वे सीएम नीतीश कुमार का धन्यवाद करने यहां पहुंचे थे.
जब उनसे पूछा गया कि किस राजनीतिक पार्टी में शामिल होंगे तो इसपर उन्होंने कहा कि अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। पूर्व डीजीपी ने आगे कहा कि आज की मुलाकात का कोई राजनीतिक मतलब ना निकाला जाए। मेरी और सीएम नीतीश के बीच कोई भी राजनीतिक बातचीत नहीं हुई है।