सोशल मीडिया :सावधान !ये एक्चुअल नहीं वर्चुअल वर्ल्ड है ,चूक हुई तो जायेगी जान

City Post Live

फेसबुक फ्रेंडशिप की जाल में ज्यादातर छात्र फंस रहे हैं.वर्चुअल वर्ल्ड की चकाचौंध में वो ऐसे खो जा रहे हैं कि उन्हें सच्चाई का आभास ही नहीं होता.आज सबसे ज्यादा इस्तेमाल अपराधी सोशल मीडिया का कर रहे हैं.चोरी की गाडी बेचनी हो-खरीदनी हो ,छात्राओं को गैंग रेप के लिए फांसना हो ,प्रेम जाल में फंसाकर उन्हें देह व्यापार के दलदल में फंसाना हो,सब काम के लिए अपराधी सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं.

सिटी पोस्ट लाईव :फेसबुक –व्हाट्सअप,ट्विटर .जी हाँ ,सोशल मीडिया से दूर रहना किसी के लिए आज की तारीख में संभव नहीं.लेकिन इसका इस्तेमाल करने वाले अगर थोड़ी भी चूक कर गए तो आफत आ सकती है.साइबर क्राइम को नियंत्रित करनेवाले एडीजी गंगवार कहते हैं- “आप सोशल मीडिया के पक्ष में हों या विरोध में.दोनों ही स्थितयों में आप इससे दूर नहीं रह सकते .लेकिन इसका इस्तेमाल करनेवालों को ये समझना पड़ेगा कि ये एक्चुअल वर्ल्ड नहीं है .यह वर्चुअल वर्ल्ड है.यहाँ क्या सही है या क्या गलत पता करना किसी के वश में नहीं.इसलिए इसके इस्तेमाल में थोड़ी भी चूक हुई तो आप आफत में फंस सकते हैं”.

सोशल मीडिया के इस्तेमाल में कोई चूक हुई तो आपके साथ धोखा हो सकता है ,मित्र आपका  गैंगरेप भी कर सकता है या फिर आपकी जान भी जा सकती है.शनिवार को पटना पुलिस ने एक ऐसा ही मामला उजागर किया है.लखीसराय के एक लडके ने मुजफ्फरपुर की लड़की से फेसबुक के जरिये दोस्ती की.दोनों पटना जंक्शन आये.मिले घुमे फिरे और रात में लड़की के साथ उसके फेस्बुकिया मित्र के तीन मित्रों ने उसके साथ गैंगरेप कर दिया .अगर एक सोशल संस्था ने पहल नहीं की होती तो यह मामला दूसरे सैकड़ों मामलों की तरह सामने नहीं आता.

 फेसबुक फ्रेंडशिप की जाल में ज्यादातर छात्र फंस रहे हैं.वर्चुअल वर्ल्ड की चकाचौंध में वो ऐसे खो जा रहे हैं कि उन्हें सच्चाई का आभास ही नहीं होता.आज सबसे ज्यादा इस्तेमाल अपराधी सोशल मीडिया का कर रहे हैं.चोरी की गाडी बेचनी हो-खरीदनी हो ,छात्राओं को गैंग रेप के लिए फांसना हो ,प्रेम जाल में फंसाकर उन्हें देह व्यापार के दलदल में फंसाना हो,सब काम के लिए अपराधी सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं. पिछले एक सप्ताह में मुजफ्फरपुर और बिक्रमगंज (रोहतास ) में दर्जनों स्कूली छात्राएं होटल के कमरे से पकड़ी गई हैं.ये अपनी मर्जी से यहाँ नहीं गई थीं.इन्हें सोशल  मीडिया के जरिये पहले दोस्ती के जाल में फंसाया गया था.फिर खाने पीने के बहाने होटल के कमरे तक पहुंचाया गया था .और एकबार शारीरिक सम्बन्ध बन जाने के बाद इन्हें यहाँ बार बार आने के लिए मजबूर किया जा रहा था.केवल शहर  तक ही सोसिला मीडिया का प्रभाव नहीं दिख रहा.बिक्रमगंज में पकड़ी गई लड़कियाँ गावं-देहात से थीं.अच्छे परिवार की थीं.लेकिन फेसबुक फ्रेंड के चक्कर में फंसकर मजबूर हो गई थीं .

बिहार पुलिस के साइबर सेल के मुखिया गंगवार अब सोशल मीडिया के जरिये होनेवाले अपराध से लड़ने के लिए विशेष योजना बना रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस साइबर क्राइम का मुकाबला करने के लिए वो उन्ही युवाओं को साइबर योद्धा बनायेगें ,जो अबतक इसके जाल में फंसते रहे हैं.उन्होंने बताया कि राज्य सरकार साइबर क्राइम से लड़ने के लिए विशेष तैयारी कर रही है.हर जिले में स्पेशल साइबर सेल बनाया जा रहा है.

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