सिटी पोस्ट लाइव : झारखण्ड के नक्सल प्रभावित 12 जिलों के आंदोलनरत 2500 सहायक पुलिस कर्मी लाठी-डंडे और आंसू गैस के गोले खाने के बाद भी अपनी नौकरी के स्थायीकरण की मांग को लेकर आंदोलन के 7वें दिन भी डटे हुए है। आज इन आन्दोलनकारी पुलिसकर्मियों से मिलने भाजपा विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल मोरहाबादी मैदान पहुंचा। इन विधायकों में भाजपा के भवनाथपुर से विधायक भानु प्रताप शाही, सिंदरी विधायक इंदरजीत महथा, सिमरिया विधायक किशुन दास और गोड्डा विधायक अमित मंडल शामिल थे।
विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने मोरहाबादी मैदान पहुंच कर जवानों से उनका हाल-चाल जाना। उनके आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए भवनाथपुर से भाजपा विधायक भानुप्रताप शाही ने कहा कि कल जिस तरह से बर्बरतापूर्वक पुलिस से पुलिस को पिटवाया गया वह घोर निंदनीय है। भाजपा इसे केवल निंदा कर छोड़ने वाली नही हैं, हमलोग इसे सदन के अंदर ले जाएंगे, और सरकार को मजबूर करेंगे कि सरकार इनलोगों की नौकरी स्थायी करे। जिन सहायक पुलिस वालों के द्वारा प्रदेश में अपराध उग्रवाद पर अंकुश लगा था उन पुलिस वालों को पारितोषिक देने की जगह इनपर लाठी बरसायी गयी इसका परिणाम तो सरकार को भुगतना होगा।
वही गोड्डा विधायक ने कहा कि आज तक सरकार के स्तर से इनसे बातचीत करने की पहल नहीं की गयी ये गौर करने वाली बात है। सरकार इसे एक साजिश करार दे रही है, मुझे तो लगता है ये झारखण्ड की गठबंधन सरकार के खिलाफ लोगों में नाराजगी है। चुनावों में 5 लाख नौकरियों के सृजन का वादा कर सत्ता हासिल करने वाली सरकार को इनको स्थायी करना चाहिए था, पर नहीं नकारात्मक राजनीति कर इन लोगों को दिग्भ्रमित सत्ता में बने रहना चाहती है। पर विपक्ष चुप बैठने वाला नहीं है ।