सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की सियासत से बड़ी खबर सामने आ रही है। दिग्गज समाजवादी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन के बाद बिहार में सियासत तेज हो गयी है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी ने लालू परिवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी रघुवंश प्रसाद सिंह के पत्र के मुद्दे को लेकर गांव-गांव जाने की तैयारी कर रही है।
पटना में HAM कार्यालय के बाहर रघुवंश प्रसाद सिंह की चिट्ठी को लेकर एक पोस्टर लगाया गया है। जिसमें उनके आखिरी वक्त पर लिखे पत्र को दिखाया गया है। पत्र को दिखाते हुए लिखा गया है कि अपने नकारे बेटों को स्थापित करने के लिए कितनों की बली लेगें होटवार सुप्रीमो ।इसे पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की तरफ से लगाया गया है। प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मो. तनवीर उर रहमान और महिला अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की शाहीन रहमान ने ये पोस्टर लगाया है। पोस्टर में पीएम मोदी, सीएम नीतीश कुमार, हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी और सबसे आश्चर्यजनक तौर पर एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान की तस्वीर भी लगायी गयी है।
बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने आरजेडी की तुलना सियार से की है। उन्होंने कहा कि जब सियार पागल हो जाता है तो गांव की ओर जाता है। यही हाल आरजेडी का है, रघुवंश बाबू पर उंगली उठाना कही से बर्दाश्त नहीं है, यह राज्य नहीं देश का अपमान है।
मांझी ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह की हत्या हुई और हत्या का कातिल लालू यादव (Lalu Yadav) और उनका परिवार है। रघुवंश प्रसाद सिंह जन्मजात समाजवादी रहे हैं, सिर्फ सिद्धांत से ही नहीं बल्कि कर्म से भी वह समाजवादी रहे हैं। ऐसा व्यक्तित्व वाला व्यक्ति बहुत कम ही मिलता है।
पार्टी सुप्रीमो ने कहा कि लालू परिवार के द्वारा अगर यह नहीं कहा जाता कि समुद्र में एक लोटा पानी घट ही जाएगा तो क्या फर्क पड़ता है, यह बहुत चोट और अपमान की बात थी। वह समझ रहे थे की इसे सहन नहीं किया जा सकता। आज लालू यादव पत्र का जवाब दे रहे हैं। लेकिन जिस समय रघुवंश प्रसाद सिंह पर तेज प्रताप यादव ने ऐसी बात का है उस समय लालू यादव हरकत में आ जाते तो आज ऐसी बात नहीं होती और उनका घाव भर जाता।