सिटी पोस्ट लाइव : पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर दिग्गज नेता शरद यादव ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि रघुवंश बाबू के निधन की खबर सुनकर बहुत ही दुख हुआ और मेरे लिए बहुत ही दर्द देने वाली है। यह ना केवल मेरे घनिष्ठ मित्र थे,बल्कि एक परिवार की तरह थे क्योंकि हम दोनों देश और बिहार राज्य की राजनीति पर तो चर्चा करते ही थे बल्कि एक दूसरे के दुख सुख के बारे में भी सच्चे मन से चर्चा किया करते थे। आजकल के समय में ऐसे मित्र कहा मिलते हैं जिससे दिल की बात कही जा सके मगर रघुवंश बाबू एक ऐसे दिलदार मित्र और राजनेता थे जिनसे में सभी बातें कर लेता था।
शरद यादव ने कहा कि रघुवंश बाबू के स्वर्गवास से ना केवल मैने एक सच्चा मित्र खो दिया, बल्कि देश ने एक वरिष्ठ राजनीतिज्ञ, समाजसेवक, कद्दावर नेता, विद्वान, राष्ट्रभक्त, अत्यंत लोकप्रिय और मानवीय संवेदना से परिपूर्ण राजनेता को खो दिया है। उनके प्रशंसक सभी दलों में थे। वह करोड़ों भारतीयों की प्रेरणास्त्रोत रहे। उनके निधन से राष्ट्र को अपूरणीय क्षति हुई है। उनके किसी भी कार्यकाल के दौरान चाहे वह सदस्य विधान सभा के रहे, परिषद के रहे, संसद के रहे और चाहे मंत्री के रूप में राज्य में या केंद्र में रहे उनके विशाल योगदानों को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि रघुवंश बाबू के पास भरपूर ज्ञान था। वह कोई भी विषय हो, हमने उनको विधान सभा, विधान परिषद हो और संसद में हो ऐसा कोई मुद्दा नहीं होता था जिसपर वह बोलते नहीं थे। कोई भी डिबेट जनके बोले बिना अधुरी रह जाती थी और वैसे तो वह हमेशा सदन में बैठे रहते थे जबकि बाकी सांसदों की संख्या और दलों से कम भी रही हो मगर वह हमेशा सदन में मिलते थे और हर मुद्दे पर अपने विचार रखते थे। एक प्रखर वक्ता, ओजस्वी और कुशल नेता थे जिनके लोक कल्याण के क्षेत्र में और देश हित में किए कार्यों को हमेशा याद रखा जाएगा। मेरा मानना है कि ऐसे व्यक्ति बहुत मुश्किल से मिलते हैं जो सिर्फ देश भक्ति के लिए ही पैदा होते हैं जैसे रघुवंश बाबू थे।
यादव ने कहा कि उनके निधन पर मैं गहरा शोक व्यक्त करता हु। उनकी कमी हमेशा खलेगी। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए मैं प्रार्थना करता हूँ। दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य एवं साहस प्रदान हो और अपनी और अपने परिवार की तरफ से संवेदना प्रकट करता हूँ।
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