सिटी पोस्ट लाइव : बुधवार को विधानसभा चुनाव के टिकट की आस लेकर RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दरबार में पहुंची बिहार के बाराचट्टी से आरजेडी विधायिका समता देवी को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया गया है. इसे लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है. दलित महिला विधायिका समता देवी को झारखंड में क्वारंटाइन किए जाने पर बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि लालू परिवार की अद्भुत लीला है. झारखंड में सत्ता में इनकी हिस्सेदारी हैं. सत्ता का रसूख देखिए कि इनके परिजन राँची जाते हैं, कानून का उल्लंघन करते हैं तो राजनीति के नव सामंत को क्वारंटाइन नहीं किया गया. लेकिन इनके दल की दलित महिला विधायिका समता देवी को क्वारंटाइन किया गया.
उन्होंने तेजस्वी पर हमला करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव जुबान खोलिए, बताईए कि कौन सही कौन गलत है. सोना का चम्मच लेकर जो जन्म लिया है वो क्वारंटाइन नहीं होगा पर महिला विधायिका दलित है तो क्वारंटाइन होगी. आखिर ये दोहरा मापदंड क्यों? दरअसल समता देवी अपने समर्थकों के साथ रांची में रिम्स निदेशक के बंगले के बाहर पहुंची थी. लेकिन लालू यादव से मिलने के पहले ही जिला प्रशासन ने उन्हें और उनके समर्थकों को 14 दिनों के लिए क्वेरेंटाइन कर दिया. दरअसल झारखंड में कोविड प्रोटोकाल के तहत दूसरे राज्य से आने वाले लोगों को 14 दिनों के लिए क्वेरेंटाइन होना होगा.
एडीएम लॉ एण्ड आर्डर अखिलेश सिन्हा के अनुसार समता देवी पर भी कोविड प्रोटोकाल के तहत हीं कार्रवाई की गयी है.उन्हें सूचना मिली थी कि बिहार से आरजेडी की विधायिका समता देवी लालू से मिलने पहुंची हैं. सूचना मिलने पर वो पहुंचे और जब पूछताछ के दौरान पता चला कि वो वगैर इजाजत के आई हैं, उन्हें कोविड प्रोटोकाॅल के तहत क्वेरेंटाइन में रहने के लिए हटिया गेस्ट हाउस भेंज दिया गया.
बंदना शर्मा की रिपोर्ट