सिटी पोस्ट लाइव : इसबार RJD और JDU दोनों दल के दो दर्जन से ज्यादा सिटिंग विधायकों की सीट कट सकती है.सूत्रों के अनुसार पिछले विधान सभा चुनाव में JDU का RJD के साथ तालमेल था. ऐसे में दोनों दलों में कई ऐसे विधायक हैं जिनकी जीत इस गठोद की वजह से हुई थी. अब जब दोनों दल आमने सामने हैं, ऐसे में वैसे विधायकों का टिकेट कट सकता है, जिनकी जीत की सबसे बड़ी वजह JDU और RJD के बीच तालमेल की वजह से हुई थी. अब JDU BJP के साथ है, ऐसे में RJD के कई विधायकों के चुनाव का समीकरण गड़बड़ हो गया है.इसी तरह से JDU के भी कई विधायकों की जीत बदले समीकरण में मुश्किल हो गया है. JDU भी वैसे विधायकों का टिकेट कट सकती है. राजनीतिक दल उम्मीदवारों के चयन को लेकर हर बारिक बातों का ख्याल रख रही है ताकि जिससे जीत पक्की की जा सके. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इस बार उम्मीदवार के चयन को लेकर काफी सजग हैं.
लोकसभा चुनाव में पार्टी की शिकस्त के बाद तेजस्वरी पर की तरह के सवाल उठने लगे थे, लिहाजा इस बार के चुनाव में परफॉर्मेंस पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है. इसको लेकर राजद चीफ लालू यादव और तेजस्वी सीटों पर पूरा मंथन कर रहे हैं. पिछली बार जो आंकड़ा था उसे पाने के लिए बीजेपी को छोड़ सभी पार्टियों के बागी विधायकों पर भी नजर रखी जा रही है. अंदरखाने से खबर यह है कि इस बार लगभग 20 विधायकों का टिकट कट सकता है. इसको लेकर वैसे विधायकों की इलाके में पकड़, जनता की राय इन सब का ध्यान रखा जा रहा है.
सूत्रों के अनुसार इस बार मुजफ्फरपुर , मधुबनी, रोहतास, सीवान, पटना, भोजपुर छपार, खगड़िया,वैशाली, नवादा, जहानाबाद, मुंगेर, लखीसराय इलाके के विधायकों का पार्टी टिकट काट सकती है. हालांकि इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ लेकिन पार्टी के अंदर इस बात की चर्चा तेज है.दरअसल पार्टी ने अपने स्तर से सर्वे करवाया है. इस सर्वे में जिन विधायकों का परफॉर्मेंस ठीक नहीं है पार्टी उन्हें इस बार मैदान में उतरने का मौका नहीं देनेवाले हैं. पार्टी बदलने की फिराक में लगे विधायकों पर भी तेजस्वी की नजर है. पार्टी सूत्रों के माने तो जितना वाला उम्मीदवार मिलते ही पार्टी ऐसे विधायकों को पार्टी से बाहर कर सकती है.
JDU के भी दो दर्जन से ज्यादा विधायकों का टिकेट कट सकता है.इसीलिए JDU ने RJD को तोड़ना शुरू कर दिया है. अबतक आधे दर्जन RJD के बड़े नेता JDU में जा चुके हैं.अभी डेढ़ दर्जन और भी RJD विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं.ईन विधायकों को केवल BJP और JDU के बीच सीटों के बटवारा होने का इंतज़ार है.सीट का बटवारा होते ही JDU और RJD के उन विधायकों के बीच भगदड़ मच जायेगी, जिनका टिकेट कट सकता है.